वीडियो में देखें क्यों पड़ी तेजस की जरूरत...

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बेंगलुरु में स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस में आधे घंटे उड़ान भरी। 3 साल पहले ही तेजस को इंडियन एयरफोर्स में शामिल किया गया है।

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बेंगलुरु. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बेंगलुरु में स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस में आधे घंटे उड़ान भरी। 3 साल पहले ही तेजस को इंडियन एयरफोर्स में शामिल किया गया है। अब तेजस का अपग्रेड वर्जन भी आने वाला है। इस लाइट वेट एयरक्राफ्ट को हिंदुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड ने तैयार किया है। तेजस के आगे चीन और पाकिस्तान का JF-17 थंडर लड़ाकू विमान फेल है। 

क्यों पड़ी तेजस की जरूरत...
तेजस एक मल्टी-रोल फाइटर है जिसमें कई महत्वपूर्ण क्षमताएं हैं। इससे भारत की वायु सेना और मजबूत होगी। इसके अलावा यह मिग-21 का एक बेहतर विकल्प भी साबित होगा। मिग-21 काफी पुराना हो चुका है। इससे हुए हादसों में करीब 43 जवान शहीद हो चुके हैं। यही वजह है कि इसे फ्लाइंग कॉफिन भी कहते हैं। इसलिए भारतीय वायु सेना को अंदाजा हो गया था कि नए लड़ाकू विमान की जरूरत पड़ेगी। इसलिए तेजस की तैयारी 1980 में ही शुरू कर दी गई थी। 4 जनवरी 2001 को तेजस ने अपनी पहली उड़ान भरी। 

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