जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ और कठुआ जिलों में बादल फटने से भारी तबाही मची है। अचानक हुई मूसलाधार बारिश ने देखते ही देखते गाँवों और निचले इलाकों को जलमग्न कर दिया। कई घर, सड़कें और छोटे पुल पानी के तेज बहाव में बह गए। प्रशासन के अनुसार अब तक अनेक लोग लापता बताए जा रहे हैं, जबकि कुछ प्रभावित क्षेत्रों में जनहानि की आशंका भी बनी हुई है। पिछले 24 घंटे से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। सेना, एयरफोर्स, NDRF और लोकल प्रशासन मिलकर संयुक्त अभियान चला रहे हैं। भारी कठिनाइयों और मौसम की मार झेलते हुए टीमों ने कई लोगों को सुरक्षित निकाला है। राहत और बचाव कार्य में हाई-टेक मशीनरी और हैवी उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि मलबे में दबे लोगों तक तेजी से पहुंचा जा सके। राज्य प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचना पर भरोसा करें। प्रभावित इलाकों में राहत कैंप बनाए गए हैं और फंसे नागरिकों को खाने-पीने की वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। प्राकृतिक आपदा से जूझते इन इलाकों में बचाव दल लगातार काम कर रहे हैं और उम्मीद की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा जिंदगियों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सकेगा।