सार
आजकल जंक फूड का प्रचलन बढ़ता ही चला जा रहा है। बच्चे तो बर्गर-पिज्जा के दीवाने ही हो गए हैं, बड़े लोग भी जंक फूड चाव से खाते हैं। लेकिन इससे स्वास्थ्य को कई तरह के गंभीर नुकसान होते हैं।
हटके डेस्क। आजकल जंक फूड का प्रचलन बढ़ता ही चला जा रहा है। बच्चे तो बर्गर-पिज्जा के दीवाने ही हो गए हैं, बड़े लोग भी जंक फूड चाव से खाते हैं। लेकिन इससे स्वास्थ्य को कई तरह के गंभीर नुकसान होते हैं। कभी-कभार ऐसे फूड खाने से टेस्ट चेंज हो जाता है, लेकिन अगर इसे रोज की ही आदत बना लिया जाए तो इससे कुपोषण के साथ ही कई तरह की गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। अभी हाल ही में इंग्लैंड से एक खबर आई है कि वहां 17 साल का एक लड़का जंक फूड के सिवा कुछ भी नहीं खाता था। इसका परिणाम यह हुआ कि उसकी आंखों की रोशनी चली गई।
10 साल से खा रहा था जंक फूड
17 साल का यह लड़का पिछले 10 सालों से जंक फूड के अलावा कुछ भी नहीं खाता था। वह चिप्स, बर्गर, पिज्जा, फ्रेंच फ्राइज, सॉसेज वगैरह ही खाता था। उसके घर के लोग हमेशा उसे नॉर्मल फूड खाने को कहते थे, लेकिन वह उनकी बात नहीं मानता था और कई-कई दिनों तक भूखा रह जाता था। लाचार हो कर उसके घर वाले उसे उसकी मनपसंद चीजें देते थे। लेकिन इसका उसके हेल्थ पर बहुत बुरा असर पड़ने लगा। धीरे-धीरे उसे कम दिखाई देने लगा। हालत ऐसी हो गई कि उसे कुछ भी दिखाई पड़ना एकदम बंद हो गया।
क्या कहा डॉक्टरों ने
जब लड़के की हालत बेहद खराब हो गई तो उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसे आंखों में समस्या थी, इसलिए उसे ब्रिस्टल आई हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। इस हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने इसे ब्रिटेन का पहला मामला कहा है। लड़के की आंखों की रोशनी पूरी तरह चली गई है। डॉक्टरों का कहना है कि उसकी आंखों के नर्व्स को इतना नुकसान पहुंच चुका है कि रोशनी वापस आना मुश्किल ही लगता है।
रिस्ट्रिक्टिव फूड इंटेक डिसऑर्डर का है शिकार
डॉक्टरों ने कहा कि इस लड़के ने कई साल तक फल और सब्जी नहीं खाई। इसने दालें भी नहीं खाईं और सिर्फ जंक फूड खाता रहा। इस वजह से इसे अवॉइडेंट रिस्ट्रिक्टिव फूड इंटेक डिसऑर्डर हो गया है। उनका कहना है कि इसकी बॉडी में विटामिन बी 12 और दूसरे जरूरी मिनरल्स की कमी हो गई है। कॉपर, सेलेनियम और विटामिन डी की कमी के कारण आंखों को ब्रेन से जोड़ने वाली ऑप्टिक नर्व्स को नुकसान पहुंचा और रोशनी चली गई।
सुनने में भी हो रही दिक्कत
इतना ही नहीं, उस लड़के को सुनने में भी परेशानी हो रही है। ऐसा प्रोसेस्ड फूड में शुगर और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होने की वजह से हुआ है। डॉक्टरों का कहना है कि लड़के की हड्डियां कमजोर हो गई हैं, लेकिन उसका वजन और लंबाई एवरेज है। लड़के की काउंसलिंग भी करवाई जा रही है और उसके मानसिक स्वास्थ्य की जांच-पड़ताल भी की जा रही है। लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि ऑप्टिक नर्व के फाइबर नष्ट हो जाने के कारण अब उसकी आंखों की रोशनी वापस नहीं आ सकती।