सार

पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव तृणमूल और भाजपा दोनों ही पार्टियों के लिए करो या मरो की स्थिति लेकर आए हैं। अगर तृणमूल अपना 10 साल का शासन खोती है, तो यह देश में एक बड़े बदलाव का संकेत होगा। अगर भाजपा बंगाल में परिवर्तन लाने में सफल नहीं होती है, तो यह उसके लिए भी एक सबक होगा। यहां की 30 सीटों पर पहले चरण में 27 मार्च को वोटिंग होगी। यहां चुनाव प्रचार का गुरुवार को अंतिम दिन है। मिथुन चक्रवर्ती यहां रोड शो करने पहुंचे। इस दौरान भारी भीड़ देखकर वे भावुक हो उठे।
 

कोलकाता, पश्चिम बंगाल. पश्चिम बंगाल में होने जा रहे इस बार के विधानसभा चुनाव देश की राजनीति में एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं। इसी वजह से तृणमूल कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं। पश्चिम बंगाल की 294 सीटों में 30 के लिए पहले चरण में 27 मार्च को वोटिंग होगी। इसके लिए गुरुवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन मिथुन चक्रवर्ती सालतोड़ा, झारग्राम और रायपुर में रोड शो करने पहुंचे। सबसे पहले वे बांकुड़ा में जनसंपर्क पर निकले। बांकुड़ा जिले की सालतोरा सीट से चंदना बाउरी चुनाव लड़ रही हैं। मिथुन ने यहां बन असुरिया-सलतोड़ा-दुर्लभपुर, बन असुरिया हैलीपैड तक रोड शो किया। इस दौरान भारी भीड़ देखकर मिथुन दा भावुक हो उठे। उन्होंने कहा कि ये सभी लोग यहां इसलिए आए हैं, क्योंकि ये परिवर्तन चाहते हैं। इतनी भीड़ का मतलब है कि ये लोग मुझे बहुत प्यार करते हैं।

मिथुन दा ने कहा

  • राेड शो के दौरान मिथुन दा ने कहा कि चुनावों में जीत का पूरा भरोसा है। बंगाल में सरकार बीजेपी की ही बनेगी। 
  • सालतोरा में मिथुन चक्रवर्ती ने रोड शो के दौरान कहा कि हम लोगों का एक ही मकसद है गरीबों को उनका हक दिलाना।

 

जानें कब चुनाव
बता दें कि बंगाल की 294 सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में  294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।