सार
कोलंबिया में एक विमान के टेक ऑफ के बाद लैंडिंग गियर गिर जाने की घटना ने 21 हजार लोगों को प्रभावित किया। इस प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। इस दौरान 136 उड़ानों को या तो रद्द कर दिया गया या फिर लेट चलाया गया।
बोगोटा (कोलंबिया)। कोलंबिया में एक कॉमर्शियल फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग के चलते यहां के 21 हजार से अधिक यात्री प्रभावित हुए। खबरों के मुताबिक मेडेलिन शहर के पास एक प्रमुख हवाई अड्डे पर एक कॉमर्शियल फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग के कारण 136 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। इस वजह से 21 हजार यात्रियों काे काफी परेशानी उठानी पड़ी। कोलंबिया के नागरिक उड्डयन निदेश जेयर ऑरलैंडो फजार्डो ने यह जानकारी दी।
एयरबस A-320 के फ्रंट गियर में आई खराबी
यह घटना कोलंबिया की LATAM एयरलाइंस के साथ हुई। LATAM एयरलाइंस की एयरबस A320-200 का फ्रंट लैंडिंग गियर मंगलवार दोपहर टेक ऑफ के तुरंत बाद गिर गया। इससे विमान को रियोनेग्रो शहर के जोस मारिया कॉर्डोवा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग के लिए वापस लौटाना पड़ा। हालांकि, इस इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान किसी यात्री या अन्य किसी तरह का नुकसान नहीं होने की खबर है।
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12 घंटे से अधिक समय प्रभावित रहीं उड़ानें
फजार्डो ने बताया कि इस घटना के चलते रियोनेग्रो से आने और जाने वाली उड़ानें 12 घंटे से अधिक समय के लिए रद्द कर दी गईं। इस वजह से अन्य हवाई अड्डों पर फ्लाइट्स लेट हुईं और कई उड़ानों काे रद्द करना पड़ा। बोगोटा के एल डोराडो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सबसे ज्यादा उड़ानें रद्द की गईं। हालांकि, अब हवाईअड्डा पर कामकाज सामान्य हो चुका है और उड़ानों का संचालन शुरू हो चुका है। अधिकारियों ने बताया कि 136 उड़ानें और इस घटना से प्रभावित 21,245 यात्रियों को दिक्कत नहीं हो, इसके लिए बंदोबस्त किए जा रहे हैं। इमरजेंसी लैंडिंग के पीछे क्या वजह रही, इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं।
एयरक्राफ्ट में लैंडिंग गियर कैसे करता है काम
विमान में फ्रंट और रियर लैंडिंग गियर एयरक्राफ्ट को लैंड कराने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। टेक ऑफ के बाद इन गियर्स को अंदर कर दिया जाता है, जबकि लैंडिंग के दौरान पायलट इन्हें फिर से खोल लेते हैं। फ्रंट लैंडिंग गियर यानी एयरक्राफ्ट का अगला पहिया किसी स्थिति में गिर जाए तो बैली लैंडिंग करानी पड़ती है। इसमें विमान बिना अगले पहियों के लैंड कराना होता है। वैसे भी विमान लैंड होते वक्त पहले पिछले पहियों पर उतरता है। इसके बाद नोज लैंडिंग गियर का इस्तेमाल होता है। लेकिन यदि आगे का लैंडिंग गियर नहीं है या काम नहीं कर रहा तो 250 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में उड़ रहे विमान की बैली लैंडिंग खतरनाक हो सकती है, लेकिन इमरजेंसी में यही विकल्प बचता है। इस तरह लैंडिंग में विमान में आग लगने का भी डर रहता है।
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