सार

यूके में हुए चुनाव में 29 भारतीय मूल के लोग संसद सदस्य चुनकर आए हैं। लेबर पार्टी के 19 सांसद भारतीय मूल के हैं। 33 साल की किरीथ एन्टविस्टल सांसद बनीं हैं।

 

लंदन। यूके में आम चुनाव 2024 (UK General Election 2024) में लेबर पार्टी (Labour Party) को बड़ी जीत मिली है। इस बार रिकॉर्ड संख्या में भारतीय मूल के लोग सांसद चुने गए हैं। इनकी संख्या 29 है। यह एक रिकॉर्ड है। लेबर पार्टी के 19 नव निर्वाचित सांसद भारतीय मूल के हैं। इनमें से 12 पहली बार चुनाव जीते हैं।

अपनी सीट बचाने वाले लेबर पार्टी के भारतीय मूल के सांसद

प्रीत कौर गिल- गिल ने बर्मिंघम एजबेस्टन सीट को बरकरार रखा है। उनका जन्म बर्मिंघम में भारतीय माता-पिता के घर हुआ था। उनके पिता गुरु नानक गुरुद्वारा स्मेथविक (ब्रिटेन का पहला गुरुद्वारा) के अध्यक्ष थे।

तनमनजीत सिंह ढेसी: तनमनजीत ने स्लोघा सीट को बरकरार रखा है।

सीमा मल्होत्रा: फेल्थम और हेस्टन सीट को बरकरार रखा है। वह गोवा मूल की हैं।

वैलेरी वाज- वैलेरी कीथ वाज की बहन हैं। उन्होंने वॉल्सॉल और ब्लॉक्सविच सीट जीता है।

लिसा नंदी: लिसा ने विगन सीट बरकरार रखा है।

नवेन्दु मिश्रा: स्टॉकपोर्ट सीट को बरकरार रखा है।

नादिया व्हिटोम: नादिया ने नॉटिंघम ईस्ट सीट बरकरार रखा है।

पहली बार सांसद चुने गए लेबर पार्टी के भारतीय मूल के ये नेता

बग्गी शंकर: बग्गी शंकर सिख हैं। उन्हें डर्बी साउथ सीट से जीत मिली है। उनके पिता 1950 के दशक में यूके आए थे। बग्गी शंकर एक फाउंड्री में रोल्स रॉयस के लिए काम करते हैं। वह लेबर काउंसलर भी हैं। 18 जून तक डर्बी सिटी काउंसिल के लेबर नेता थे। विपक्षी पार्षदों ने उन्हें अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटा दिया था।

गुरिंदर सिंह जोसन: गुरिंदर सिंह को स्मेथविक से जीत मिली है। वह गुरु नानक गुरुद्वारा स्मेथविक के ट्रस्टी हुआ करते थे।

हरप्रीत उप्पल: हरप्रीत उप्पल सिख हैं। उन्हें हडर्सफील्ड से जीत मिली है। उनका जन्म और पालन-पोषण फारटाउन में हुआ है। वह कपड़ा मजदूर लंबर सिंह उप्पल और उनकी पत्नी सतविंदर की बेटी हैं। उनके पिता 1962 में भारत से यूके आए थे।

जस अठवाल: जस अठवाल को इलफोर्ड साउथ सीट से जीत मिली है। उनका जन्म पंजाब में एक पंजाबी जाट सिख परिवार में हुआ था। वह सात साल के थे तब उनका परिवार यूके आया था।

डॉ. जीवुन संधेर: 33 साल के डॉ. जीवुन संधेर ने लॉफबोरो सीट जीती है। यहां पहले कंजरवेटिव पार्टी के सांसद थे। उनका जन्म ब्रिटेन में हुआ था। उनका परिवार पंजाब के जालंधर के पास का रहने वाला है।

कनिष्क नारायण: 34 साल के कनिष्क नारायण को वेल ऑफ ग्लैमरगन सीट से जीत मिली है। उनका जन्म बिहार में हुआ था। वह 12 साल की उम्र में वेल्स गए थे। उन्होंने ऑक्सफोर्ड और स्टैनफोर्ड में पढ़ाई की।

किरीथ एन्टविस्टल: 33 साल की किरीथ एन्टविस्टल जन्म साउथॉल में हुआ था। भारत में जन्मे उनके नाना-नानी 1970 के दशक में केन्या से यूके चले गए थे। उनके पिता 1980 के दशक में दिल्ली से यूके चले गए थे।

सतवीर कौर: सतवीर ने साउथेम्प्टन टेस्ट सीट जीता है।

वारिंदर जस: वारिंदर सिख हैं। उन्होंने वॉल्वरहैम्प्टन वेस्ट से जीत दर्ज की है।

सोजन जोसेह: सोजन को एशफोर्ड में जीत मिली है। वह केरल के कोट्टायम के मूल निवासी हैं।

सोनिया कुमार: सोनिया कुमार को डुडले सीट से जीत मिली है।

सुरीना ब्रैकेनब्रिज: सुरीना को वॉल्वरहैम्प्टन नॉर्थ ईस्ट से जीत मिली है।

दूसरी पार्टी से सांसद चुने गए भारतीय मूल के लोग

ऋषि सुनक: ऋषि सुनक ने रिचमंड और नॉर्थलेर्टन सीट बरकरार रखा है।

सुएला ब्रेवरमैन: पूर्व गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन ने फेयरहैम और वाटरलूविल सीट जीता है।

प्रीति पटेल: पूर्व गृह सचिव प्रीति पटेल ने विथम सीट बरकरार रखा है।

क्लेयर कॉउटिन्हो: पूर्व मंत्री क्लेयर कॉउटिन्हो ने ईस्ट सरे सीट जीता है।

गगन मोहिंद्रा- गगन ने साउथ वेस्ट हर्टफोर्डशायर सीट जीता है।

शिवानी राजा- शिवानी ने लीसेस्टर ईस्ट जीता है।

नील शास्त्री- नील ने हर्स्ट से जीत पाई है।

मुनीरा विल्सन-मुनीरा को ट्विकेनहैम में जीत मिली है।

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इकबाल मोहम्मद- इकबाल मोहम्मद ड्यूजबरी और बैटली से निर्दलीय सांसद बने हैं। उनके माता-पिता 1960 के दशक में भारत से यू.के. आए थे।

शौकत एडम: शौकत को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लीसेस्टर साउथ से जीत मिली है। ​​उनके माता-पिता मलावी से यू.के. आए थे।

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