सार
आज अमेरिका पर हुए आतंकी हमले की बरसी है। इसे 9/11 के नाम से जाना जाता है। इस मौके पर Taliban ने अमेरिका को हारा हुआ देश बताया है। वहीं, UK ने आगाह किया है कि तालिबानी सरकार के बाद आतंकी हमले बढ़ सकते हैं।
काबुल. आज 9/11 की बरसी है। 20 साल पहले 2001 में 11 सितंबर को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर(World Trade Center) पर आतंकी हमला हुआ था। यह हमला अलकायदा(AlQaeda) ने किया था। उसके 19 आतंकियों ने 4 विमान हाईजैक करके दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के टॉवर्स से ले जाकर टकराया दिया था। इस हमले में लगभग 3,000 लोगों की जान चली गई थी। आतंकवादी हमलों की 20वीं बरसी पर दुनियाभर में खासकर; अमेरिका में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलियां दी जा रही हैं।
तालिबान ने अमेरिका को बताया हारा हुआ देश
इस बीच Taliban से जुड़ी खबरों और जानकारियों को twitter के जरिये लोगों तक पहुंचाने वाले पेज तालिब टाइम्स(Talib Times) ने एक वीडियो शेयर करके अमेरिका को हारा हुआ देश बताया है। इसमें लिखा गया-20 साल पहले अमेरिका ने हमला किया था। 20 साल बाद अमेरिका चला गया गया; क्योंकि अमेरिका हार गया। बता दें कि 9/11 हमले के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला कर दिया था। अब 30 अगस्त को उसकी सेना की अफगानिस्तान से वापसी हुई है।
Taliban के आने से यूके को अधिक खतरा
अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद यूके की तरफ से एक बड़ा बयान आया है। M15 के डायरेक्टर जनरल कैन मेकलम ने कहा है कि तालिबान से अब यूके को ज्यादा खतरा है। क्योंकि वहां NATO की सेना जा चुकी है और वहां कोई लोकतांत्रिक सरकार नहीं है। पिछले 10 सालों में यूके ने कई आतंकी हमले होते देखे हैं। ऐसे में अब अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। यूनाइटेड किंगडम(UK) की घरेलू खुफिया और सुरक्षा एजेंसी(domestic counter-intelligence and security agency) जिसे M15 के नाम से भी जाना जाता है।
महिलाओं की सरकार में भागीदारी पर सफाई
तालिबानी सरकार में महिलाओं की भागीदारी पर तालिबान ने सफाई दी है। तालिब टाइम्स(Talib Times) ने लिखा-गनी सरकार में मंत्री पदों पर महिलाओं की हिस्सेदारी 6.5% थी, जबकि तालिबान सरकार में यह 0% है। लेकिन तालिबान अकेला नहीं है। सऊदी अरब, यमन, आर्मेनिया, अजरबैजान, थाईलैंड, उत्तर कोरिया, वियतनाम, ब्रुनेई, पापुआ न्यू गिनी, तुवालु, वानुअतु और एसवीजी में कोई महिला मंत्री नहीं हैं।
पंजशीर में लड़ाई जारी
इधर, तालिबान ने लोहा ले रहे NRF (national resistance front) से जुड़ी खबरों को twitter पर शेयर करने वाले पेज Panjshir_Province ने लिखा कि तालिबान और राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चे(NRF) के बीच दारा, अबशर और परियन जिलों में भारी युद्ध जारी है। मोर्चा पहाड़ों पर चला गया था, ताकि लड़ाई जारी रख सकें।
पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के बड़े भाई की हत्या
तालिबान अपने विरोधियों को छोड़ना नहीं चाहता। उसने अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के बड़े भाई रोहुल्लाह सालेह की हत्या कर दी। उन्हें पंजशीर घाटी में मौत के घाट उतार दिया। तालिबान लड़ाकों ने उन्हें कोड़ों और बिजली के तारों से पीटा। फिर गला काट दिया। जब वे तड़प रहे थे, तब गोलियां भी चलाईं। वे पंजशीर से काबुल आने की फिराक में थे।