Amazon Layoffs 2025: कंपनी 30,000 कॉर्पोरेट कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। क्या यह सिर्फ खर्च में कटौती है या AI के बढ़ते इस्तेमाल का नया युग? AWS, HR और डिवाइस यूनिट पर गिरी गाज, सवाल-क्या इंसान की जगह मशीन ले रही है?
Amazon Layoffs 2025: अमेज़न एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार किसी नए प्रोडक्ट या सेल की वजह से नहीं बल्कि 30,000 कर्मचारियों की छंटनी की वजह से। रिपोर्ट के अनुसार, Amazon 2022 के बाद सबसे बड़ी छंटनी की तैयारी में है। यह कदम कंपनी के कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। सवाल उठता है-क्या यह सिर्फ खर्च घटाने की चाल है या AI Automation के नए दौर की शुरुआत?
AI Automation या Corporate Cost Cutting?
- कंपनी के करीब 1.55 मिलियन कर्मचारियों में से लगभग 30,000 लोग अब नौकरी गंवा सकते हैं।
- यह आंकड़ा भले ही छोटा लगे, लेकिन कॉर्पोरेट टीम के 10% कर्मचारियों पर असर पड़ेगा।
- Amazon पिछले दो सालों से धीरे-धीरे डिवाइस, पॉडकास्टिंग और HR डिवीज़न में कटौती करता आ रहा है, लेकिन इस बार इसका दायरा काफी बड़ा है।
- विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी अब AI टूल्स और ऑटोमेशन पर ज्यादा भरोसा कर रही है। इसका मतलब है कि दोहराए जाने वाले काम अब इंसान नहीं, बल्कि मशीनें करेंगी।
कौन से डिपार्टमेंट पर गिरी सबसे बड़ी गाज?
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बार छंटनी का सबसे ज्यादा असर पड़ेगा-
- Human Resource (PXT Unit)
- Amazon Web Services (AWS)
- Operations और Devices & Services पर।
प्रभावित टीमों के मैनेजरों को पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं कि उन्हें कैसे कर्मचारियों को ईमेल के ज़रिए नोटिफिकेशन भेजना है।
CEO एंडी जेसी की रणनीति क्या है?
- Amazon के CEO एंडी जेसी ने कई बार कहा है कि वे नौकरशाही कम करने और काम की दक्षता बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं।
- उन्होंने एक “गुमनाम शिकायत लाइन” भी शुरू की है, जिससे कंपनी को 1500 से ज्यादा फीडबैक मिले और 450 प्रक्रियाओं में बदलाव हुए।
- जेसी का यह भी कहना है कि AI टूल्स का बढ़ता इस्तेमाल आगे और नौकरी कटौती का कारण बन सकता है।
- अर्थात, AI Productivity बढ़ा रही है, लेकिन नौकरी घटा रही है।
AWS की रफ्तार धीमी, प्रतियोगिता तेज
- Amazon की सबसे बड़ी कमाई का जरिया-AWS (Amazon Web Services)-अब माइक्रोसॉफ्ट और गूगल से पीछे होता दिख रहा है।
- दूसरी तिमाही में AWS की सेल्स $30.9 बिलियन रही, जबकि Microsoft Azure 39% और Google Cloud 32% की दर से बढ़ा।
- यानी, AI टेक्नोलॉजी की रेस में Amazon को प्रतिस्पर्धा का भारी दबाव झेलना पड़ रहा है।
क्या ऑफिस रिटर्न पॉलिसी ने भी बढ़ाई छंटनी?
- रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि Amazon की सख्त “ऑफिस से काम करो” नीति ने कर्मचारियों पर अतिरिक्त दबाव बनाया।
- जो कर्मचारी ऑफिस नहीं लौटे, उन्हें स्वेच्छा से कंपनी छोड़ने के लिए कहा गया—बिना किसी सेवरेंस पे के।
- इससे कंपनी ने अतिरिक्त खर्च भी घटाया।
AI का युग या इंसानों के लिए संकट?
टेक एनालिस्ट स्काई कैनेव्स का कहना है कि Amazon की यह छंटनी इस बात का संकेत है कि कंपनी को अब AI-संचालित Productivity से अधिक फायदा मिल रहा है। यानी, अब इंसान की जगह मशीनें संभाल रही हैं बड़े-बड़े काम। सवाल यही है- “क्या Amazon का यह कदम भविष्य की टेक्नोलॉजी की दिशा तय करेगा, या मानव नौकरियों के अंत की शुरुआत?”
बदलाव की आंधी या नई शुरुआत?
- Amazon 30,000 नौकरियों की कटौती के साथ AI-Driven भविष्य की ओर बढ़ रहा है।
- कंपनी भले ही इसे Efficiency का नाम दे रही हो, लेकिन कॉर्पोरेट सेक्टर में यह कदम एक बड़ा मनोवैज्ञानिक झटका है।
- अब देखना यह है कि क्या आने वाले महीनों में यह ट्रेंड दूसरी टेक कंपनियों में भी दोहराया जाएगा।
