China Elderly Shocker: चीन की बुज़ुर्ग महिला ने इंटरनेट पर सबको चौंका दिया! क्या कोई उसकी “नई बेटी” बनकर उसके अपार्टमेंट, सामान और पेंशन का हक़दार बनेगा? अकेलेपन और बढ़ते रेंट ट्रेंड की असली कहानी क्या है?
बीजिंग। चीन से एक ऐसी हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जिस पर यकीन करना मुश्किल है। एक बुज़ुर्ग महिला, जो अब उम्र और बीमारी की वजह से खुद का ख्याल नहीं रख पा रही, उसने ऑनलाइन एक अनजान “नई बेटी” ढूंढ़ने का फैसला किया है। बदले में वह उस इंसान को एक फ्लैट, अपना सारा सामान और करीब 37,500 रुपये की मासिक पेंशन सैलरी देने को तैयार है। यह मामला अकेलेपन, रिश्तों के टूटने और बुज़ुर्गों की बढ़ती मुश्किलों का ऐसा सच दिखाता है, जिसे सुनकर लोग चौंक भी रहे हैं और सोचने पर मजबूर भी हो रहे हैं।
चीन में बुज़ुर्ग महिला को आखिर नई बेटी क्यों चाहिए?
हेनान प्रांत की यह महिला, जिसका नाम मीडिया में मा बताया गया है, कभी अपनी दो बेटियों के साथ एक सामान्य जिंदगी जी रही थीं। लेकिन वक्त बीतने के साथ हालात ऐसे बने कि वह उम्र के इस पड़ाव पर बिल्कुल अकेली रह गईं। उनकी बड़ी बेटी उनसे दूर हो गई और रिश्ता तोड़ने की बात करने लगी। वहीं दूसरी बेटी मानसिक रूप से अस्वस्थ है और खुद की देखभाल भी नहीं कर सकती।
अब मां की हालत यह है कि वह 100 मीटर से ज्यादा चल भी नहीं पातीं और उन्हें हर छोटे-बड़े काम के लिए किसी की जरूरत पड़ती है। यही वजह है कि उन्होंने बेहद अनोखा कदम उठाते हुए “एक नई बेटी” को हायर करने का ऑफर दिया है।
क्या एक फ्लैट और 37,500 रुपये महीने का ऑफर काफी है?
मा कहती हैं कि वह किसी ऐसे इंसान की तलाश में हैं जो उन्हें डॉक्टर के पास ले जा सके, घर के कामों में मदद कर सके और एक बेटी की तरह उनका साथ दे। बदले में वह अपने दो अपार्टमेंट में से एक देने को तैयार हैं। साथ ही लगभग 37,500 रुपये प्रति माह पेंशन सैलरी के रूप में देने का वादा भी किया है। लोकल रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके पास करीब 50 लाख रुपये की सेविंग्स भी हैं, जो यह बताती हैं कि वह उस व्यक्ति के लिए एक सुरक्षित भविष्य देने की क्षमता रखती हैं। उनका दूसरा फ्लैट उनकी छोटी बेटी को दिया जाएगा।
क्या अकेलापन चीन में नई ‘रिश्ता इंडस्ट्री’ पैदा कर रहा है?
चीन में तेजी से बढ़ती बुज़ुर्ग आबादी के बीच अकेलेपन का संकट गहराता जा रहा है। एक सरकारी सर्वे के मुताबिक, 60 साल से ऊपर के करीब 60 प्रतिशत लोग अब अकेले रह रहे हैं। इसी अकेलेपन ने एक नई इंडस्ट्री को जन्म दिया है-जिसे लोग मजाक में “किराये के बच्चे” कहते हैं। यहां बुज़ुर्ग लोग ऐसे युवाओं को हायर करते हैं, जो उनसे मिलने आते हैं, अस्पताल ले जाते हैं, झगड़ों में उनकी तरफ से बात करते हैं और मानसिक सहारा देते हैं। इन सेवाओं का खर्च भी कम नहीं है-हर बार की विज़िट पर 500 से 2,500 युआन यानी 70 से 350 अमेरिकी डॉलर तक।
क्या कानूनी रूप से कोई अजनबी बेटी बन सकता है?
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यह पूरी तरह संभव है, लेकिन दोनों पक्षों को एक औपचारिक ‘लीगेसी सपोर्ट एग्रीमेंट’ साइन करना होगा। इससे भविष्य में प्रॉपर्टी या जिम्मेदारियों को लेकर कोई विवाद नहीं होगा। उनका कहना है कि बड़ी बेटी अपनी माँ की जिम्मेदारी से कानूनी रूप से बच नहीं सकती, चाहे वह रिश्ते से कितनी भी दूर क्यों न हो।
क्या एक अनजान रिश्ता, असली बेटी की जगह ले सकता है?
मा की कहानी सोशल मीडिया पर चर्चा का बड़ा कारण बनी हुई है। लोग सवाल पूछ रहे हैं कि क्या पैसे और प्रॉपर्टी के बदले कोई रिश्ता खरीदा जा सकता है? लेकिन साथ ही कई लोग यह भी मानते हैं कि अगर दोनों पक्ष सहमत हों और बुज़ुर्ग महिला को सहारा मिल जाए, तो यह कदम गलत नहीं है। यह मामला चीन के समाज में उस गहरे अकेलेपन का सच दिखाता है, जो आने वाले समय में और गंभीर हो सकता है।


