Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद यूक्रेन युद्ध को और बढ़ावा दे रही है। हालांकि, भारत ने पहले भी ट्रंप के ऐसे बयानों का खंडन किया है।

Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 25 अक्तूबर को फिर से बड़ा दावा किया कि भारत ने रूस से तेल खरीदना लगभग बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह फैसला भारत और अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा कि भारत रूसी तेल की खरीद में लगातार कमी कर रहा है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि रूस से तेल खरीदने के कारण यूक्रेन युद्ध लंबा खिंच रहा है। ट्रंप ने बताया कि इसी वजह से उन्होंने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया था। हाल के दिनों में भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों में थोड़ी तनातनी बनी हुई है।

ASEAN शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं ट्रंप

ट्रंप इस समय अपने एशिया दौरे पर हैं और ASEAN शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या वे इस मुद्दे पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात करेंगे, तो ट्रंप ने कहा, “हो सकता है मैं इस पर चर्चा करूं। चीन ने पहले ही रूसी तेल की खरीद काफी कम कर दी है और भारत भी अब लगभग बंद करने जा रहा है। हमने रूस पर नए प्रतिबंध लगाए हैं।” दरअसल, ट्रंप ने इसी हफ्ते रूस की तेल कंपनियों रोसनेफ्ट और लुकोइल पर नए अमेरिकी प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था। ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब वे जल्द ही दक्षिण कोरिया में शी जिनपिंग से मिलने वाले हैं। माना जा रहा है कि दोनों नेताओं की यह मुलाकात अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापारिक तनाव को कम करने की दिशा में एक अहम कोशिश है।

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रूस से तेल खरीदना जारी रखेगा भारत

ट्रंप के दावे के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने साफ किया है कि भारत रूस से तेल खरीदना जारी रखेगा। मंत्रालय का कहना है कि यह देश की ऊर्जा सुरक्षा और सस्ती आपूर्ति के लिए जरूरी है। भारत ने दोहराया कि जब तक संयुक्त राष्ट्र की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिबंध नहीं लगाया जाता, तब तक कोई भी देश उसे किसी खास विक्रेता से तेल खरीदने से नहीं रोक सकता। बता दें कि इससे पहले भी ट्रंप कई बार दावा कर चुके हैं कि भारत रूस से तेल खरीद बंद कर देगा, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि रूस अभी भी भारत का सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है।