India-USA Business Relation: भारत-अमेरिका के बीच टैरिफ मुद्दे को लेकर तनाव बढ़ता चला जा रहा है। इससे दोनों देशों के रिश्ते पर असर पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। डेमोक्रेट्स ने इस कदम की अलोचना करते हुए डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी दी है।
America-India Tariffs: अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ मुद्दे को लेकर रिश्ते खराब होते जा रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस मामले में कई बार चेतावनी दी जा चुकी है कि वो टैरिफ मुद्दों को लेकर भारत के साथ गलत व्यवहार न करें। इसी संदर्भ में हाउस फॉरेन अफेयर्स कमिटी के डेमोक्रेट्स ने शुक्रवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी देने का काम किया है। साथ ही कहा कि इस तरह की कार्रवाई से विकसित भारत-अमेरिका के रिश्ते पर खतरा मंडरा रहा है।
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अमेरिकी प्रतिनिधि ग्रेगरी मीक्स का ये कहना है कि किसी भी चिंता को सम्मानजनक तरीके से संबोधित किया जाना चाहिए। एक्स पर एक पोस्ट में हाउस फॉरेन अफेयर्स कमिटी के डेमोक्रेट्स ने कहा, "ग्रेगरी मीक्स: ट्रंप का ताज़ा टैरिफ नखरा एक मजबूत अमेरिका-भारत साझेदारी बनाने के लिए वर्षों के सावधानीपूर्वक काम को खतरे में डालता है। हमारे गहरे रणनीतिक, आर्थिक और लोगों से लोगों के संबंध हैं। चिंताओं को हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुरूप पारस्परिक रूप से सम्मानजनक तरीके से संबोधित किया जाना चाहिए।"
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भारत के साथ नहीं होने वाली है बिजनेस से जुड़ी कोई बातचीत
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने ये कहा था कि जब तक टैरिफ मुद्दे को लेकर कोई हल नहीं निकल जाता, तब तक भारत के साथ व्यापार को लेकर कोई बातचीत नहीं होने वाली है। ऐसा इसीलिए क्योंकि प्रशासन ने भारतीय आयात पर टैरिफ दोगुना करने का फैसला किया है। दरअसल व्हाइट हाउस की तरफ से बुधवार को एक आदेश जारी किया गया, जिसमें भारतीय सामानों पर 25 प्रतिशथ अंक लगाए गए, जिससे कुल लेवी 50 प्रतिशत हो गई है। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक 25% टैरिफ 7 अगस्त से लागू हो गया। अतिरिक्त शुल्क 21 दिनों में लागू होगा और सभी भारतीय सामानों पर लागू होगा जो अमेरिकी बंदरगाहों में प्रवेश करेंगे—उन वस्तुओं को छोड़कर जो पहले से ही पारगमन में हैं और कुछ विशेष श्रेणियों को। अब भारत और अमेरिका के बीच आगे रिश्ता क्या मोड़ लेने वाला है वो देखने वाली बात है। इन सबके बीच रूस से क्या भारत तेल खरीदना बंद कर देगा जानिए यहां?
