सार
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा ज़िया(Khaleda Zia) की हालत गंभीर है। उन्हें शनिवार(11 जून) की सुबह करीब 3.20 बजे एवरकेयर हॉस्पिटल के कोरोनरी केयर यूनिट(CCU) में एडमिट कराया गया है। ज़िया को 2018 में एक करप्शन के मामले में 5 साल की सजा सुनाई गई थी। हालांकि 2020 में उन्हें अस्थाई तौर पर जेल से छोड़ दिया गया था।
ढाका. मीडिया में अभी पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ(Pervez Musharraf) की तबीयत को लेकर चर्चाएं जारी ही हैं कि बांग्लादेश से ऐसी ही एक खबर मिली है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा ज़िया(Khaleda Zia) की हालत गंभीर है। उन्हें शनिवार(11 जून) की सुबह करीब 3.20 बजे एवरकेयर हॉस्पिटल के कोरोनरी केयर यूनिट(CCU) में एडमिट कराया गया है। ज़िया को 2018 में एक करप्शन के मामले में 5 साल की सजा सुनाई गई थी। हालांकि 2020 में उन्हें अस्थाई तौर पर जेल से छोड़ दिया गया था। बता दें कि खालिदा ज़िया बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री रही हैं। वे दो बार पीएम बनीं। पहली बार 1991 से 96 तक, जबकि दूसरी बार 2001 से 2006 तक।
ज़िया की हालत गंभीर बताई जाती है
बांग्लादेश नेशनल पार्टी (BNP) की अध्यक्ष खालिदा ज़िया की तबीयत खराब होने पर उन्हें शनिवार तड़के अस्पताल ले जाया गया। ”खालिदा के डॉक्टर प्रोफेसर एजेडएम जाहिद हुसैन ने लोकल मीडिया को बताया-“मैडम (खालिदा) अपने गुलशन स्थित घर पर अचानक बीमार पड़ गईं। हम उसे एवरकेयर अस्पताल ले गए। उन्हें तड़के तीन बजकर 20 मिनट पर अस्पताल की कोरोनरी केयर यूनिट (सीसीयू) में ले जाया गया। हालांकि जाहिद ने उनकी बीमारी के बारे में विस्तार से बताने से इनकार किया। ज़िया के मीडिया विंग के सदस्य सयरुल कबीर खान ने कहा कि बीएनपी प्रमुख अपने गुलशन आवास से अस्पताल के लिए 2:55 बजे निकलीं और उन्हें तड़के 3:15 बजे वहां भर्ती कराया गया। खालिदा की बीमारी की खबर सुनकर बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरूल इस्लाम आलमगीर उनके गुलशन स्थित आवास पहुंचे और बाद में अस्पताल गए।
सुबह करीब साढ़े चार बजे अस्पताल से बाहर आते हुए फखरुल ने कहा कि कुछ जांच के बाद डॉक्टरों ने पाया कि उन्हें हार्ट से रिलेटेड प्राब्लम है। उन्होंने कहा-"मैडम की हालत अभी स्थिर है। प्राब्लम कितनी क्रिटिकल है, इस बारे में विभिन्न टेस्ट, विशेष रूप से एंजियोग्राम के बाद ही बताया जा सकेगा। एक मेडिकल बोर्ड खालिदा की स्थिति और रिपोर्ट को देखने के बाद इलाज के अगले तरीके का फैसला करेगा। उन्हें उम्मीद थी कि खालिदा पहले की तरह ठीक हो जाएंगी। बीएनपी नेता ने देश के लोगों से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करने का आग्रह किया। ज़िया आखिरी बार 6 अप्रैल को स्वास्थ्य जांच के लिए एवरकेयर गए थे। वे लीवर सिरोसिस, गठिया, शुगर, गुर्दे, फेफड़े और आंखों की समस्याओं सहित विभिन्न बीमारियों से पीड़ित हैं।
देश न छोड़ने की शर्त पर मिली थी सजा से छूट
76 वर्षीय ज़िया को आखिरी बार पिछले साल 13 नवंबर को एवरकेयर में भर्ती कराया गया था, जहां उन्हें लीवर सिरोसिस का पता चला था। 1 फरवरी को खालिदा 81 दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद घर लौटी थीं, क्योंकि वह लीवर सिरोसिस के कारण इंटरनल ब्लीडिंग से पीड़ित थीं।
बता दें कि पूर्व प्रधान मंत्री को ओल्ड ढाका सेंट्रल जेल भेज दिया गया था, क्योंकि लोअर कोर्ट ने उन्हें 8 फरवरी, 2018 को ज़िया अनाथालय ट्रस्ट करप्शन मामले में पांच साल की कैद की सजा सुनाई थी। बाद में उन्हें उसी वर्ष भ्रष्टाचार के एक अन्य मामले में दोषी पाया गया था। कोविड -19 महामारी के बीच सरकार ने 25 मार्च, 2020 को उसकी सजा को सस्पेंड करते हुए एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर के जरिये खालिदा को अस्थायी रूप से जेल से मुक्त कर दिया था। हालांकि शर्त यह है कि वह अपने गुलशन घर पर रहेगी और देश नहीं छोड़ेंगी।
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