सार

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर देशभर में एक,दो नहीं बल्कि पूरे 121 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इनमें देशद्रोह से लेकर ईशनिंदा तक के मामले शामिल हैं।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खानदेश भर में 121 मामलों का सामना कर रहे हैं। इनमें देशद्रोह, ईशनिंदा, हिंसा और आतंकवाद को को बढ़ावा देना शामिल हैं। खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने हाल ही में इस्लामाबाद उच्च न्यायालय को उन पर चल रहे मामलों की एक सूची सौंपी है।

सूची में कहा गया है कि संघीय राजधानी में खान के खिलाफ 31 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर में उनके खिलाफ 30 केस दर्ज हैं।ये मामले देशद्रोह, ईशनिंदा और आतंकवाद को बढ़ावा देने और लोगों को हिंसा के लिए भड़काने जैसे विभिन्न आरोपों से जुड़े हैं।

इमरान के खिलाफ आतंकवाद के केस

लिस्ट के मुताबिक इमरान के खिलाफ लाहौर में आतंकवाद के 12 और फैसलाबाद में 14 मामले दर्ज हैं। देश भर में इमरान खान के खिलाफ आतंकवाद के करीब 22 मामले दर्ज हैं। इसके अलावा खान के खिलाफ देश को विदेशों से मिले उपहारों की बिक्री से हुई आय छुपाने का मामला भी सामने आया है।

बता दें कि पिछले साल 19 नवंबर को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने पूर्व प्रधानमंत्री, उनकी पत्नी और कैबिनेट के अन्य सदस्यों को मिले उपहारों के वास्तविक मूल्य का कथित रूप से खुलासा नहीं करने का संज्ञान लिया था। मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री को मिले तोहफों की असल कीमत और बिक्री के बीच काफी अंतर था।

अल कादिर ट्रस्ट मामले में भ्रष्टाचार का केस

इसके अलावा खान पर अल कादिर ट्रस्ट मामले में भ्रष्टाचार का केस भी दर्ज है। इसी मामले में इमरान खान को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद मंगलवार को पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन हुए।

इस्लामाबाद पुलिस ने महानिरीक्षक अकबर नासिर खान के हवाले से एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि इमरान को इस मामले के संबंध में गिरफ्तार किया गया था। उन पर आरोप लगाया गया था कि खान और उनकी पत्नी ने 50 अरब रुपए वैध करने के लिए एक रियल एस्टेट फर्म से अरबों रुपए का लाभ उठाया।

NAB कर रही है जांच

पूर्व प्रधानमंत्री, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और अन्य पीटीआई नेताओं के साथ, पीटीआई सरकार और एक संपत्ति टाइकून के बीच समझौते से संबंधित एनएबी जांच का सामना कर रहे हैं, जिसने कथित तौर पर राष्ट्रीय खजाने को 190 मिलियन पाउंड का नुकसान पहुंचाया।

उन पर अल कादिर विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए सोहावा में 458 कनाल (23.16 हेक्टेयर) भूमि के रूप में अनुचित लाभ प्राप्त करने का भी आरोप है। इमरान खान ने कहा था कि उनके प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद से देश भर में उनके खिलाफ 140 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।

यह भी पढ़ें- पाकिस्तान में लगा दो इमरजेंसी...शाहबाज शरीफ कैबिनेट ने की चौंकाने वाली सिफारिश