सार

हसन नसरल्लाह के बाद शेख नईम कासिम हिज़्बुल्लाह के नए प्रमुख बने हैं। कासिम लंबे समय से नसरल्लाह के सहयोगी रहे हैं और संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आए हैं।

Who is Sheikh Naim Qassem: हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद लेबनानी सशस्त्र ग्रुप को अब नया चीफ मिल गया है। शेख नईम कासिम को हिजबुल्लाह का नया चीफ नियुक्त किया गया है। हसन नसरल्लाह के कार्यकाल में शेख कासिम उसका लेफ्टिनेंट हुआ करता था। संगठन को करीब 30 साल से ऑपरेट करने का अनुभव उसके पास है।

लेबनानी शिया अमल आंदोलन से सक्रिय

लेबनानी शिया अमल आंदोलन में राजनीतिक रूप से सक्रिय रहे शेख नईम कासिम का जन्म 1953 में लेबनान के दक्षिण के एक परिवार में हुआ था। 71 वर्षीय शेख नईम कासिम को 1991 में हिजबुल्लाह के तत्कालीन चीफ अब्बास अल-मुसावी ने डिप्टी जनरल सेक्रेटरी नियुक्त किया था। हालांकि, अगले साल इजरायली हेलीकॉप्टर हमले में मुसावी मारा गया था।

मुसावी के मारे जाने के बाद हसन नसरल्लाह को हिजबुल्लाह का चीफ बनाया गा। शेख नईम कासिम, उस समय भी संगठन के डिप्टी चीफ बने रहे।

हिजबुल्लाह के सामने आने वाले बयानों को जारी करने और उन बयानों को देते हुए अक्सर शेख नईम कासिम ही दिख जाते थे। एक साल पहले जब फॉरेन मीडिया हिजबुल्लाह के खिलाफ आग उगल रही थी। शेख नईम कासिम ने इंटरव्यू देकर सबको चौका दिया था।

हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच संघर्ष युद्ध: कासिम

इसी महीने अपने एक संदेश में हिजबुल्लाह के नए चीफ कासिम ने कहा था कि हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच संघर्ष एक युद्ध है। हिजबुल्लाह किसी भी घातक प्रहार से पहले हथियार नहीं डालेगा, उसकी क्षमताएं बरकरार हैं। इजरायल को ही चिल्लाना पड़ेगा। हालांकि, कासिम ने यह संगठन के सहयोगी नबीह बेरी के युद्ध विराम के प्रयासों का समर्थन किया।

इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच दुश्मनी बढ़ने के बाद कासिम लगातार सक्रिय रहे। नसरल्लाह के मारे जाने के बाद वह लगातार अपने संदेश देते रहे। बीते दिनों जारी एक मैसेज में उन्होंने कहा था कि हम जो कर रहे हैं वह बहुत कम है। हम जानते हैं कि लड़ाई लंबी हो सकती है।

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