Indian Navy Rescue Seat Certification: भारतीय नौसेना की तरफ से दक्षिण अफ्रीकी पनडुब्बी का रेस्क्यू सर्टिफिकेशन किया गया है, जोकि पहली बार किसी मित्र देश के लिए किया गया है। इससे दोनों देशों के रिश्ते मजबूत होंगे।
केप टाउन [दक्षिण अफ्रीका], 12 अगस्त (एएनआई): दक्षिण अफ्रीका के साथ अपने समुद्री संबंधों करने का काम भारत बखूबी करता हुआ दिखाई दिया है। ये सब तक हुआ जब भारतीय नौसेना ने SAS मंथतिसी पनडुब्बी के लिए एक ऐतिहासिक रेस्क्यू सर्टिफिकेशन किया, जो किसी भी मित्र विदेशी नौसेना के लिए पहली बार है, जिससे द्विपक्षीय सहयोग और पनडुब्बी सुरक्षा बढ़ी है। नौसेना के प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी देते हुए एक एक्स पोस्ट में लिखा, "द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करते हुए, #भारतीयनौसेना ने #दक्षिणअफ्रीकीनौसेना पनडुब्बी SAS मंथतिसी का रेस्क्यू सीट प्रमाणन सफलतापूर्वक किया, जो किसी भी मित्र विदेशी नौसेना के लिए पहला है। यह प्रमाणन अब दोनों नौसेनाओं के बीच पिछले साल हस्ताक्षरित पनडुब्बी बचाव और सहयोग कार्यान्वयन समझौते के कार्यान्वयन को सक्षम करेगा।",
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ऐसा पहली बार हुआ जब भारत ने किसी विदेशी नौसेना के लिए इस तरह की प्रक्रिया को अंजाम दिया है, जो पानी के नीचे बचाव कार्यों में अपनी बढ़ती क्षमता का प्रदर्शन करता है। एक भारतीय नौसेना दल अभ्यास के लिए दक्षिण अफ्रीका के साइमन टाउन गया। इस पूरे मामले को लेकर प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण अफ्रीकी नौसेना बेड़े के फ्लैग ऑफिसर रियर एडमिरल हैंडसम मत्साने से मुलाकात की। इस पूरे मामले को लेकर दूसरे पोस्ट में कहा गया कि इसने ARMSCOR डॉकयार्ड, इंस्टीट्यूट ऑफ मैरीटाइम टेक्नोलॉजी और दक्षिण अफ्रीकी नौसेना के इंजीनियरों के साथ तकनीकी चर्चा की।
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रक्षा मंत्रालय के एक बयान के अनुसार ये कहा गया है कि ये जो समझौता भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुआ है, उससे ये बात साफ साबित होती है कि दोनों देश समुद्र में सुरक्षा बनाए रखने और जरूरत पड़ने पर एक-दूसरे का साथ देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। यह साझेदारी भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच लंबे समय से चले आ रहे समुद्री संबंधों को मजबूत करती है।
