सार
Khamenei friday sermon: मिडिल ईस्ट में बढ़े तनाव का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। दुनिया के देश, मिडिल ईस्ट को लेकर सशंकित हैं। उधर, ईरान ने इजरायल को खत्म करने की हुंकार भरी है। शुक्रवार को अपने दुलर्भ उपदेश में ईरान के सर्वोच्च नेता 85 वर्षीय अयातुल्ला अली खामेनेई ने हजारों समर्थकों को तेहरान में संबोधित करते हुए बगल में बंदूक रखकर बड़ा संदेश दिया। खामेनेई ने मिसाइल हमलों को सार्वजनिक सेवा कहते हुए उसे उचित ठहराया। कहा-इजरायल लंबे समय तक नहीं टिकेगा। उन्होंने इजरायल पर हमास के हमले को भी सही ठहराया।
बंगल में बंदूक और दस हजार से अधिक भीड़ का संबोधन
तेहरान के एक मस्जिद में दस हजार से अधिक लोगों को अपने जोशीले उपदेश से जोश भरने वाले ईरान के सर्वोच्च नेता ने बगल में बंदूक रखकर यह साफ संदेश दिया कि ईरान अब आरपार की लड़ाई के लिए तैयार है। इजरायल के खिलाफ फिलिस्तीनी और लेबनानी आंदोलनों का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि इजरायल लंबे समय तक नहीं टिकेगा। इजरायल हमास या हिजबुल्लाह के खिलाफ जीत नहीं पाएगा। जब उन्होंने इजरायल को चुनौती दी तो हजारों की भीड़ एकस्वर में बोली कि हम आपके साथ हैं।
नसरल्लाह की खूब तारीफ
पांच साल में सुप्रीम लीडर खामेनेई का यह पहला शुक्रवार का उपदेश था। इसके पूर्व वह पांच साल पहले शुक्रवार के नमाज के बाद संबोधित किए थे। इजरायली हमले के बाद उन्होंने बीते दिनों जवाबी कार्रवाई की कसम खाई थी। अपने भाषण में उन्होंने ईरान समर्थित लेबनानी समूह हिजबुल्लाह के पूर्व प्रमुख हसन नसरल्लाह की प्रशंसा की। 27 सितंबर को हसन नसरल्लाह को बेरूत में हिजबुल्लाह के टॉप लीडर्स की मीटिंग के दौरान इजरायल ने मार गिराया था।
खामेनेई ने कहा: सैय्यद हसन नसरल्लाह अब हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी आत्मा और उनका मार्ग हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा। वह ज़ायोनी दुश्मन के खिलाफ़ हमारे ध्वजवाहक थे। उनकी शहादत इस प्रभाव को और बढ़ाएगी। नसरल्लाह का जाना व्यर्थ नहीं है। हमें अपने अटूट विश्वास को मजबूत करते हुए दुश्मन के खिलाफ़ खड़ा होना चाहिए। हिजबुल्लाह एक ब्लेस्ड ट्री है जोकि नसरल्लाह के नेतृत्व में लगातार बढ़ता गया।
दुनिया के मुस्लिम देशों को एकजुट होने का आह्वान
सुप्रीम लीडर ने कहा कि लेबनान के घायलों की मदद करना और लेबनान के जिहाद व अल-अक्सा मस्जिद की लड़ाई का समर्थन करना सभी मुसलमानों का कर्तव्य और जिम्मेदारी है। किसी भी अंतर्राष्ट्रीय कानून को लेबनानी और फ़िलिस्तीनियों द्वारा कब्जे के खिलाफ़ खुद के लिए खड़े होने पर आपत्ति और विरोध करने का अधिकार नहीं है।
अमेरिका और इजरायल सपनें देख रहे
अयातुल्लाह खामेनेई ने कहा: इसमें कोई संदेह नहीं है कि ज़ायोनी और अमेरिकी सपने देख रहे हैं। ज़ायोनी यूनिट को ज़मीन से उखाड़ दिया जाएगा। इसकी कोई जड़ें नहीं हैं, यह नकली है, अस्थिर है और केवल अमेरिकी समर्थन के कारण ही अस्तित्व में है।
यह भी पढ़ें:
मुट्ठी भर जमीन, दुश्मनों के लिए काल! जानें कैसे सीने पर वार करता है इजरायल