केन्या के माराक्वेट ईस्ट में भारी बारिश के बाद भूस्खलन से 21 लोगों की मौत हो गई और 30 से ज़्यादा लापता हैं। केन्या रेड क्रॉस और सरकार राहत-बचाव कार्य में जुटी है, लेकिन बाढ़ और बंद रास्तों के कारण कई इलाके अब भी पहुंच से बाहर हैं।

Kenya Landslide: केन्या के पश्चिमी हिस्से माराक्वेट ईस्ट में शनिवार की रात एक भयानक भूस्खलन (Landslide in Kenya) हुआ, जिसने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। लगातार हो रही भारी बारिश (Heavy Rain in Kenya) ने मिट्टी को इतना कमजोर कर दिया कि आधी रात को पहाड़ खिसक गया और कई घरों को अपने साथ बहा ले गया। गृह मंत्री किपचुम्बा मुरकोमेन ने बताया कि अब तक 21 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 30 से अधिक लोग लापता (Missing people in Kenya Landslide) हैं।

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रातों-रात कैसे बदल गई जिंदगी-लोगों ने क्या देखा?

स्थानीय लोगों के मुताबिक, शनिवार की रात करीब 2 बजे के आसपास एक तेज़ गड़गड़ाहट सुनाई दी। कुछ ही पलों में मिट्टी और पानी का सैलाब उनके घरों पर टूट पड़ा। कई परिवार सोते हुए ही मलबे में दब गए। चश्मदीदों का कहना है कि कुछ इलाकों में घर पूरी तरह मिट्टी में दब गए, जबकि खेत और सड़कें बह गईं।

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सरकार और रेड क्रॉस की टीमें कैसे कर रहीं हैं बचाव अभियान?

  • केन्या रेड क्रॉस (Kenya Red Cross) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) पर हवाई तस्वीरें साझा की हैं, जिनमें तबाही का पैमाना साफ दिख रहा है।
  • रेड क्रॉस और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Kenya Disaster Management) मिलकर लगातार राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं।
  • लेकिन भारी बारिश और सड़कें बंद होने के कारण कई प्रभावित इलाकों तक पहुँचना बेहद मुश्किल है।
  • अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल खोज अभियान रात के लिए रोक दिया गया, लेकिन सुबह फिर से शुरू किया जाएगा।

क्या केन्या में बारिश का मौसम हमेशा इतना खतरनाक होता है?

केन्या में इस समय बरसात का मौसम (Rainy Season in Kenya) चल रहा है, और इस दौरान भूस्खलन और अचानक बाढ़ (Flash Floods) जैसी घटनाएं आम होती हैं, लेकिन इस बार स्थिति कहीं ज़्यादा गंभीर बताई जा रही है। स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, पश्चिमी केन्या में पिछले एक हफ्ते से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे जमीन पूरी तरह भीग चुकी थी। यही वजह रही कि पहाड़ी क्षेत्र में मिट्टी खिसक गई।

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सरकार ने क्या कदम उठाए?

गृह मंत्री मुरकोमेन ने ट्वीट कर कहा, "हमने इस त्रासदी में 21 लोगों की मौत की पुष्टि की है। 30 से ज़्यादा लोग अब भी लापता हैं। बचाव अभियान जारी है और हम हर संभव मदद कर रहे हैं।" सरकार ने प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री भेजने, घायलों को हवाई मार्ग से निकालने और बेघर परिवारों के पुनर्वास का आदेश दिया है।

क्या और खतरा टला नहीं है?

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दो दिनों तक भारी बारिश जारी रह सकती है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं। रेड क्रॉस ने लोगों से अपील की है कि वे पहाड़ी और नदी किनारे वाले इलाकों से दूर रहें।