Mount Yalung Ri Avalanche: नेपाल के यालुंग री पर्वत पर हिमस्खलन में 7 लोगों की मौत हुई, जिनमें अमेरिकी, कनाडाई, इतालवी और नेपाली पर्वतारोही शामिल हैं। खराब मौसम और हेलिकॉप्टर को अनुमति में देरी के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन धीमा पड़ा, जबकि 5 लोग घायल हैं। 

Nepal Avalanche: नेपाल में सोमवार को यालुंग री पर्वत (Mount Yalung Ri) पर एक भारी हिमस्खलन में 7 पर्वतारोहियों की मौत हो गई, जबकि 5 घायल बताए जा रहे हैं। इस पर्वत की ऊंचाई करीब 4,900 मीटर यानी 16,070 फीट है। डोलखा जिले की पुलिस के अनुसार, मरने वालों में 3 अमेरिकी, 1 कनाडाई, 1 इतालवी और 2 नेपाली नागरिक शामिल हैं। यह हादसा उस वक्त हुआ जब 15 लोगों की टीम गौरीशंकर और यालुंग री की ओर आगे बढ़ रही थी। तभी अचानक बर्फ का बड़ा हिस्सा खिसक कर बेस कैंप पर गिर गया और कई लोगों को वहीं दबा दिया।

रेस्क्यू में देरी से बढ़ी दिक्कतें

स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, सुबह से ही मदद के लिए कई बार कॉल की गई थी, लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन देर से शुरू हुआ। वार्ड अध्यक्ष निंगगेली शेरपा ने बताया कि रोलवालिंग इलाका प्रतिबंधित क्षेत्र है, इसलिए हेलिकॉप्टर को उड़ान की अनुमति मिलने में देर हुई। इस वजह से कई घंटों तक रेस्क्यू टीम मौके तक नहीं पहुंच पाई, जिससे खोजबीन का काम और भी मुश्किल हो गया।

खराब मौसम बनी सबसे बड़ी बाधा

नेपाली सेना, पुलिस और आर्म्ड पुलिस फोर्स को राहत कार्य में लगाया गया है। हालांकि, मौसम बेहद खराब होने के कारण हेलिकॉप्टर हादसे वाली जगह तक नहीं पहुंच सका। तेज बर्फबारी और ठंडी हवाओं की वजह से टीमों को पैदल रास्ते से आगे बढ़ना पड़ रहा है, जिससे रेस्क्यू की रफ्तार काफी धीमी हो गई है। स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, हेलिकॉप्टर की देरी ने रेस्क्यू ऑपरेशन को प्रभावित किया। एक अधिकारी ने बताया, सुबह 9 बजे हादसा हुआ, लेकिन प्रशासनिक प्रक्रिया में फंसे रहने की वजह से हेलिकॉप्टर देर से उड़ा।

यालुंग री नेपाल की खतरनाक चोटियों में से एक

यालुंग री चोटी नेपाल की बागमती प्रांत के रोलवालिंग वैली में स्थित है और इसे पर्वतारोहियों के लिए खास चुनौतीपूर्ण रूट माना जाता है। यहां तापमान बेहद कम रहता है और अचानक बर्फ खिसकने के खतरे अक्सर बने रहते हैं। यही वजह है कि इस इलाके में सरकारी अनुमति के बिना ट्रेकिंग या क्लाइंबिंग की इजाजत नहीं होती।