Nepal Violence: नेपाल में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। हिंसा के बीच जेल से भागे 30 कैदी भारत में पकड़े गए हैं। नेपाल में फंसे 200 से ज्यादा तेलुगु नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने का काम जारी है।

Nepal Crisis: नेपाल में Gen-Z पीढ़ी द्वारा सोशल मीडिया सेंसरशिप और सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू किया गया विरोध अब सीमा पार तक फैलता जा रहा है। सड़कों पर हिंसा बढ़ने के बाद बुधवार को नेपाली सेना ने नियंत्रण संभाला, लेकिन इसी अफरातफरी का फायदा उठाकर कुछ कैदी जेल से भागने के फिराक में थे। नेपाल की जेल से भागे 30 कैदियों को भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश करते समय SSB ने पकड़ लिया। इनमें से 17 कैदी उत्तर प्रदेश में, जबकि 13 कैदी बिहार और पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किए गए।

30 कैदियों को सीमा से किया गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश में ये गिरफ्तारियां लखीमपुर, बहराइच और बलरामपुर में रातभर चलाए गए गश्ती अभियान के दौरान हुईं। नेपाल से कैदियों के भागने की खबर मिलने के बाद SSB ने सीमा पर चौकसी और सख्ती बढ़ा दी थी। इसी बीच नेपाल में हिंसा के बीच फंसे तेलुगु नागरिकों को निकालने का काम भी तेज हो गया है। गुरुवार को सिमिकोट से 12 लोगों को एक विशेष उड़ान से निकाला गया, जबकि 22 लोग सड़क मार्ग से सुरक्षित लौट आए।

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काठमांडू से दिल्ली के बीच एक फ्लाइट की बनाई जा रही योजना

आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने बताया कि 200 से ज्यादा लोगों को वापस लाने के लिए काठमांडू से दिल्ली के बीच एक फ्लाइट की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि 133 लोगों को सुरक्षा के साथ काठमांडू हवाई अड्डे तक पहुंचाया गया है। पोखरा से भी एक चार्टर विमान उड़ान भरेगा, जो वहां फंसे 10 लोगों को काठमांडू लाएगा, ताकि वे इंडिगो की उड़ान से भारत लौट सकें।