सार
अफगानिस्तान के काबुल में एक मस्जिद में 17 अगस्त को हुए विस्फोट मे मरने वालों की संख्या 50 बताई जा रही है। इस धमाके में एक मौलवी भी मारा गया। तालिबान को इस हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट खोरासन(IS-K) पर शक है।
काबुल. अफगानिस्तान में तालिबानी शासन को एक साल हो चुका है। इस बीच बुधवार(17 अगस्त) को एक मस्जिद में हुए बम ब्लास्ट ने फिर इस्लामिक स्टेट-खोरासान की अफगानिस्तान में बढ़ती ताकत को लेकर चिंता बढ़ा दी है। विस्फोट मे मरने वालों की संख्या 50 बताई जा रही है। यह ब्लास्ट शाम को नमाज के दौरान हुआ। अफगानिस्तान के काबुल में अबू बक्र अल सादिक मस्जिद में यह ब्लास्ट हुआ। स्थानीय पत्रकारों के अनुसार, मारे गए लोगों में एक प्रमुख धार्मिक विद्वान मौलवी अमीर मोहम्मद काबुली के साथ-साथ उत्तरी अफगानिस्तान के अन्य उपासक भी शामिल हैं। तालिबान ने इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
अपने एक साल के शासन के दौरान तालिबान इस्लामिक स्टेट-खुरासान की मौजूदगी का मुकाबला करने में विफल रहा है। पिछले कुछ हफ्तों में तालिबान के सीनियर लीडर्स पर आईएस-के द्वारा हमलों की तीव्रता में वृद्धि हुई है। यह सब नए सिरे से विदेशी हस्तक्षेप का कारण बन सकता है। जून में, ISKP ने काबुल में एक सिख मंदिर पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी जिसमें दो लोग मारे गए थे।
35 से अधिक घायल हैं
तालिबान के एक खुफिया अधिकारी ने मीडिया को बताया कि ब्लास्ट में 35 लोग घायल हो सकते हैं या मारे जा सकते हैं और यह संख्या और बढ़ सकती है। अल जज़ीरा ने एक अज्ञात अधिकारी के हवाले से बताया कि मरने वालों की संख्या 20 है। लेकिन अमेरिकी मीडिया यह संख्या 50 तक बता रही है। वहीं, इतने ही घायल होंगे। हालांकि काबुल के इमरजेंसी हॉस्पिटल ने ट्विटर पर कहा कि विस्फोट में 27 लोग घायल हुए हैं, जिसमें एक सात साल का बच्चा भी शामिल है। चूंकि अफगानिस्तान में कोई सिस्टम नहीं है, लिहाजा मरने वालों की सही संख्या कोई नहीं बता पा रहा है।
ब्लास्ट बेहद शक्तिशाली था
प्रत्यक्षदर्शियों ने मीडिया को बताया कि उत्तरी काबुल के पड़ोस में शक्तिशाली विस्फोट की आवाज सुनी गई, जिससे पास की इमारतों की खिड़कियां टूट गईं। इसके बाद एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं। काबुल पुलिस के प्रवक्ता खालिद जादरान ने बताया कि मस्जिद के अंदर एक विस्फोट हुआ। लेकिन हताहतो की संख्या अभी स्पष्ट नहीं है। तालिबान के खुफिया अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि काबुल के खैर खाना इलाके में नमाजियों के बीच एक मस्जिद में विस्फोट हुआ। खुफिया टीमें विस्फोट स्थल पर जांच कर रही हैं।
तालिबान कोई जानकारी नहीं देता
तालिबान सरकार हताहतों की संख्या को लेकर कोई बयान नहीं दे रही है। हालांकि काबुल सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता खालिद जादरान ने कहा कि इस्लामिक अमीरात की सेना इलाके में पहुंच गई है। विस्फोट की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है।
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