क्या पाकिस्तान दो मोर्चों पर फंस गया है? तालिबान के 600 आत्मघाती दस्ते तैयार, बॉर्डर पर गोलीबारी, पीओके में छात्र बगावत और CIA का बड़ा खुलासा- क्या ये सब किसी बड़े भू-राजनीतिक तूफान की शुरुआत है? 

नई दिल्ली। पाकिस्तान इस वक्त कई मोर्चों पर घिरा हुआ है -अफगानिस्तान सीमा पर गोलीबारी, तालिबान की धमकी, पीओके में छात्र आंदोलन और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े खुलासे। शुक्रवार को अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच वार्ता के दौरान चमन बॉर्डर पर गोलीबारी हुई, जिसने दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ा दिया। इसी बीच, पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने चौंकाने वाला दावा किया है कि अफगान तालिबान ने पाकिस्तान के खिलाफ 600 से ज्यादा आत्मघाती हमलावर तैयार किए हैं।

क्या तालिबान अब पाकिस्तान के खिलाफ खुला मोर्चा खोल रहा है?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन आत्मघातियों की भर्ती काबुल यूनिवर्सिटी और अन्य शैक्षणिक संस्थानों से की गई है। इनमें बड़ी संख्या में उच्च शिक्षित छात्र शामिल हैं जिन्हें पाकिस्तान के अंदर सैन्य ठिकानों और रणनीतिक जगहों पर हमले के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। तालिबान समर्थक समूहों ने काबुल, कंधार, खोस्त और पक्तिका से युवाओं की भर्ती शुरू की है। पाकिस्तान की एजेंसियों के अनुसार, एक गिरफ्तार आतंकी नेमतुल्लाह ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसे कंधार लाकर ट्रेनिंग दी गई थी ताकि वह पाकिस्तान में आतंकी हमला कर सके।

काबुल यूनिवर्सिटी में चल रही गुप्त भर्ती-मौलवी जफर का नेटवर्क

  • सूत्रों के मुताबिक, मौलवी जफर नाम का व्यक्ति यूनिवर्सिटी के छात्रों को सिलेक्ट कर रहा है।
  • उसके जरिए बने “आत्मघाती दस्ते” का मकसद पाकिस्तान के अंदर ‘हाई वैल्यू टारगेट्स’ पर हमला करना है।
  • इसमें पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने, चीन द्वारा फंडेड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, चीनी इंजीनियर और मजदूर शामिल हैं।
  • कई रिपोर्टों का दावा है कि तालिबान के कुछ गुट यूनिवर्सिटी परिसरों में धार्मिक कट्टरपंथ फैलाने के लिए स्टडी सर्कल चला रहे हैं।

पीओके में बगावत- ‘अभी नहीं तो कभी नहीं’ के नारे के साथ सड़कों पर छात्र

  • पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं।
  • जेन-जी (Gen Z) पीढ़ी के छात्र अब खुलकर पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं।
  • रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने आंदोलन को रोकने के लिए इस्लामाबाद से 5 हजार सैनिक रवाना किए हैं।
  • मीरपुर, मुजफ्फराबाद और रावलकोट जैसे शहरों में विश्वविद्यालयों के छात्र संघ निलंबित कर दिए गए हैं।
  • पिछले एक हफ्ते में पुलिस कार्रवाई में 9 छात्रों की मौत हो चुकी है।
  • छात्रों का नारा है- “अभी नहीं तो कभी नहीं!”

क्या CIA का खुलासा पाकिस्तान की परमाणु सच्चाई सामने लाएगा?

अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के पूर्व अधिकारी रिचर्ड बालोन ने दावा किया है कि 1980 के दशक में भारत और इज़राइल ने पाकिस्तान के कहुटा परमाणु संयंत्र पर हमला करने की योजना बनाई थी।

  • इस बीच, अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के पूर्व अधिकारी रिचर्ड बालों ने न्यूयॉर्क में सनसनीखेज दावा किया है।
  • उनका कहना है कि 1980 के दशक की शुरुआत में भारत और इजराइल ने पाकिस्तान के कहुटा परमाणु संयंत्र पर गुप्त हमला करने की योजना बनाई थी।
  • इसका उद्देश्य पाकिस्तान की परमाणु महत्वाकांक्षा को रोकना था, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इसे मंजूरी नहीं दी।
  • बालों ने कहा “अगर हमला हुआ होता, तो कई समस्याएं सुलझ सकती थीं।”

भारत का बयान–पाकिस्तान की गुप्त परमाणु गतिविधियां दुनिया के लिए खतरा

  • अमेरिकी दावों के बीच भारत के विदेश मंत्रालय ने भी कड़ा बयान दिया है।
  • प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान की गुप्त और अवैध परमाणु गतिविधियां लंबे समय से तस्करी, निर्यात नियंत्रण उल्लंघन और गुप्त साझेदारियों से जुड़ी रही हैं।
  • भारत लगातार अंतरराष्ट्रीय समुदाय को A.Q. खान नेटवर्क की गतिविधियों के प्रति सतर्क करता रहा है।

पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ीं, दुनिया कर रही नज़रबंदी

  • पाकिस्तान एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घिरता जा रहा है।
  • बॉर्डर पर गोलीबारी, तालिबान के आत्मघाती दस्ते, पीओके में जनआंदोलन और पुराने परमाणु राज़-सब मिलकर पाकिस्तान की साख पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
  • क्या यह सब किसी बड़े भू-राजनीतिक संकट की शुरुआत है?
  • आने वाले दिन इस सवाल का जवाब देंगे।