सार

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सियालकोट में भीड़ ने श्रीलंका के एक फैक्ट्री के एक्सपोर्ट मैनेजर की जान ले ली थी। बेसुध होने के बाद उनके शरीर को जला दिया। घटना सियालकोट के वजीराबाद रोड (Wazirabad Road) पर हुई, जहां कथित तौर पर प्राइवेट फैक्ट्री के वर्कर्स ने फैक्ट्री के एक्सपोर्ट मैनेजर पर हमला कर दिया।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब प्रांत के सियालकोट (Sialkot) में भीड़ द्वारा श्रीलंका के एक फैक्ट्री वर्कर की जान लेने के मामले में 100 से अधिक लोगों को अरेस्ट किया गया है। पुलिस ने श्रीलंकाई नागरिक की लिंचिंग में शामिल लोगों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए दस टीमों का गठन किया है। कुछ की पहचान सीसीटीवी फुटेज से हुई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस कृत्य की निंदा करते हुए कहा कि यह देश के लिए "शर्म का दिन" है और इसमें शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा। उधर, श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने मामले की जांच की मांग की है। वहीं, एमनेस्टी इंटरनेशनल ने एक स्वतंत्र जांच की बात कही है। 

यह था मामला

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सियालकोट में भीड़ ने श्रीलंका के एक फैक्ट्री के एक्सपोर्ट मैनेजर की जान ले ली थी। बेसुध होने के बाद उनके शरीर को जला दिया। स्थिति को कंट्रोल करने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई। घटना सियालकोट के वजीराबाद रोड (Wazirabad Road) पर हुई, जहां कथित तौर पर प्राइवेट फैक्ट्री के वर्कर्स ने फैक्ट्री के एक्सपोर्ट मैनेजर पर हमला कर दिया। फिर मारते-मारते उसकी हत्या कर दी। फिर शरीर को जला दिया। 

सियालकोट के डिस्ट्रीक्ट पुलिस ऑफिसर उमर सईद मलिक ने कहा कि मृतक की पहचान प्रियंता कुमारा के रूप में हुई है। वह श्रीलंकाई नागरिक थे। सियालकोट में रहते थे। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में दिख रहा है कि सैकड़ों लोग मिलकर मार रहे हैं और नारे लगा रहे हैं। इतना ही नहीं। जब मृतक की बॉडी को जलाया गया तो भी वहां सैकड़ों लोग मौजूद थे। कुछ लोग तो वीडियो बना रहे थे। 

किस वजह से हत्या की गई?

पुलिस ने अभी तक हत्या के कारण के बारे में कुछ नहीं बताया है। सियालकोट पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि अभी जांच की जा रही है। सीएम उस्मान बुजदार ने एक ट्वीट में कहा कि वे इस भयानक घटना से बेहद स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा कि मैंने आईजी पुलिस को इसकी पूरी जांच करने का निर्देश दिया है। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। निश्चिंत रहें। इस अमानवीय कृत्य में शामिल व्यक्तियों को बख्शा नहीं जाएगा।

2010 में भी हुई थी इसी तरह की घटना
 
2010 में सियालकोट में इसी तरह की एक घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया था जब भीड़ ने पुलिस की मौजूदगी में दो भाइयों को डकैत घोषित कर पीट-पीट कर मार डाला था। इस घटना ने पूरे देश में दहशत फैला दी थी। इन हत्याओं का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया। 

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