सार

पाकिस्तान को इन दिनों कंगाली की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि लेमिनेशन पेपर की कमी हो गई है, जिससे पासपोर्ट की छपाई नहीं हो पा रही है। इससे आम लोगों को भारी परेशानी हो रही है।

पाकिस्तान। कंगाल पाकिस्तान का हाल बेहाल है। स्थिति यह है कि पैसे की कमी के चलते यह देश लेमिनेशन पेपर जैसी सामान्य सी चीज भी खरीद नहीं पा रहा है। इसके चलते पासपोर्ट (Pakistanis passport) प्रिंट नहीं हो पा रहे हैं।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार लेमिनेशन पेपर की कमी के कारण पाकिस्तानी नागरिकों को पासपोर्ट नहीं मिल रहा है। पाकिस्तान के इमिग्रेशन और पासपोर्ट महानिदेशालय (डीजीआई एंड पी) का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि लेमिनेशन पेपर पासपोर्ट प्रिंट करने के लिए जरूरी है। इसे आमतौर पर फ्रांस से आयात किया जाता है। पैसे की कमी से इसका आयात नहीं हो सका है। कागज की कमी के कारण देश भर में पासपोर्ट की कमी हो गई है।

पढ़ने के लिए विदेश जाने वाले छात्रों को हो रही परेशानी

पासपोर्ट नहीं मिलने से पाकिस्तान के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। ऐसे छात्र जो विदेश जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं या फिर रोजगार की तलाश में विदेश जाने वाले लोग, सभी की उम्मीदें टूट गई हैं। कई छात्रों को यूके या इटली जैसे देशों के विश्वविद्यालयों में दाखिला मिलने वाला था, लेकिन पासपोर्ट न मिलने के चलते वे जा नहीं पा रहे हैं। सरकारी विभाग की अक्षमता की कीमत इन छात्रों को चुकानी पड़ रही है।

आंतरिक मंत्रालय के मीडिया महानिदेशक कादिर यार तिवाना ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार संकट को हल करने के लिए काम कर रही है। जल्द ही स्थिति पर कंट्रोल पा लिया जाएगा। लोग संशय में हैं। उन्हें अपने यात्रा दस्तावेज नहीं मिल रहे हैं।

पाकिस्तानी नागरिकों ने बताया नहीं मिल रहे पासपोर्ट

पाकिस्तानी नागरिक आमिर ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया कि उन्हें अक्टूबर में डीजीआई एंड पी से मैसेज मिला था। कहा गया था कि उनका पासपोर्ट तैयार है। जब वह संबंधित कार्यालय पहुंचे तो कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि उनका पासपोर्ट अभी तक नहीं आया है। वहीं, एक अन्य पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद इमरान ने कहा कि पासपोर्ट कार्यालय सितंबर से उनसे वादा कर रहा था कि उनका दस्तावेज अगले सप्ताह आ जाएगा, लेकिन कई सप्ताह बीत गए और वह अभी तक नहीं आया है।

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क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालयों ने पुष्टि की है कि वे प्रतिदिन काफी कम संख्या में पासपोर्ट प्रॉसेस कर रहे हैं। पहले रोज 3,000 से 4,000 पासपोर्ट बनाए जाते थे। अब संख्या घटकर 12 से 13 रह गई है। इससे पहले 2013 में DGI&P द्वारा प्रिंटरों को न पैसा देने और लेमिनेशन पेपर्स की कमी के कारण पाकिस्तान में पासपोर्ट की छपाई रुक गई थी।

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