सार
वर्ल्ड न्यूज। चीन में पैंगोंग झील पर पुल का निर्माण पूरा हो चुका है। वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई है। इससे संबंधित तस्वीरें पहले प्रकाशित हो चुकी हैं। 22 जुलाई 2024 को सैटेलाइट इमेज में गाड़ियों को ब्लैक-टॉप ब्रिज और पैंगोंग त्सो पर चलते हुए दिखाया गया है। इसके अलावा सेना की भारी किलेबंदी कर दी गई है, जहां एक टुकड़ी तैनात है। बता दें कि ये ब्रिज पैंगोंग त्सो के उत्तरी और दक्षिणी तटों को जोड़ता है, जिसकी लंबाई 400 मीटर है।
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1958 से चीन के कब्जे वाले क्षेत्र में है खुरनाक किला
चीन और भारत के बीच लद्दाख में सीमा विवाद पुराना है। यहां खुरनाक किला पैंगोंग त्सो के उत्तरी तट पर स्थित है और 1958 से यह चीन के कब्जे वाले क्षेत्र में है। 1958 से पहले यह किला भारत और चीन के बीच नियंत्रण बॉर्डर लाइन माना जाता थ, लेकिन बाद में इसे चाइना ने कब्जे में ले लिया।
पुल पर मिसाइल लॉन्चर तैनात
सेटेलाइट पिक्चर ने साफ नजर आ रहा है कि पुल पर गाड़ियों की आवाजाही के साथ चीनी सेना की गतिविधि बढ़ गई है जो कि भारत के लिए चिंता का विषय है। सूत्रों की माने तो मिसाइल लॉन्चर और कई इक्विपमेंट भी दिखाई दे रहे हैं।
2020 में गलवान में भारत चीन के बीच हुई थी खूनी झड़प
वर्ष 1975 के बाद से भारत और चीन के सैनिकों के बीच साल 2020 में पूर्वी लद्दाख के गलवान में एक खूनी झड़प हुई थी। इसमें 20 भारतीय सैनिकों की जान चली गई थी। इसके बाद चीन ने पूर्वी लद्दाख की पैंगोंग त्सो झील में अपनी गश्ती नौकाओं की तैनाती बढ़ा दी थी। तब से चीन के साथ इस मसले पर भारत का विवाद चल रहा है।