सार

मिस्र की यात्रा के दौरान नरेंद्र मोदी ने मिस्र के उद्योगपतियों, विचारकों और योग प्रशिक्षकों से मुलाकात की। उद्योगपति हसन अल्लम के साथ नरेंद्र मोदी ने अक्षय ऊर्जा और ग्रीन हाईड्रोजन के क्षेत्र में दोनों देशों की कंपनियों के बीच सहयोग पर बातचीत की।

काहिरा। दो दिन की यात्रा पर मिस्र पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi Egypt visit) ने शनिवार को यहां के उद्योगपतियों और प्रमुख लोगों से मुलाकात की। पीएम मोदी ने मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीकी क्षेत्र में काम करने वाली मिस्र की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक के सीईओ हसन अल्लम के साथ बातचीत की। दोनों ने मिस्र और भारत की कंपनियों के बीच अक्षय ऊर्जा और ग्रीन हाईड्रोजन के क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा की। 

इस संबंध में PMO ने ट्वीट कर बताया, "पीएम नरेंद्र मोदी के साथ हसन अल्लम होल्डिंग कंपनी के सीईओ हसन अल्लम की सार्थक बैठक हुई। उन्होंने अर्थव्यवस्था से संबंधित विषयों और बुनियादी ढांचे और निर्माण जैसे क्षेत्रों में घनिष्ठ सहयोग बनाने पर चर्चा की।"

 

 

हसन अल्लम बोले- पीएम मोदी ने दी मूल्यवान जानकारियां

नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात के बाद हसन अल्लम ने कहा, "मुझे उनके साथ बैठक जानकारीपूर्ण, शैक्षिक और प्रेरणादायक लगी। एक निजी क्षेत्र की कंपनी के रूप में हमें भारत के निजी क्षेत्र से बहुत कुछ सीखना है। भारत में बुनियादी ढांचे, इंजीनियरिंग और विनिर्माण के क्षेत्र में जबरदस्त विकास हुआ। मुझे पीएम मोदी से मिलने का सौभाग्य मिला। उन्होंने मुझे कई मूल्यवान जानकारियां और सलाह दीं।"

पीएम मोदी ने प्रमुख योग प्रशिक्षकों से मुलाकात की

पीएम मोदी ने प्रसिद्ध लेखक और पेट्रोलियम रणनीतिकार तारेक हेग्गी से भी मुलाकात की। इस दौरान वैश्विक भू-राजनीति और ऊर्जा सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई। मोदी ने प्रमुख योग प्रशिक्षक रीम जाबक और नाडा एडेल से मुलाकात की। उन्होंने दोनों से भारत आने के लिए कहा और योग के प्रति उनके प्रतिबद्धता की सराहना की। नरेंद्र मोदी ने बोहरा समुदाय के लोगों से भी मुलाकात की।

 

 

गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी दो दिन की यात्रा पर मिस्र पहुंचे थे। मिस्र के प्रधानमंत्री काहिरा मुस्तफा मदबौली ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। 1997 के बाद भारत के प्रधानमंत्री की यह पहली मिस्र यात्रा थी। मिस्र भारत का प्रमुख व्यापार भागीदार है। इजिप्टियन सेंट्रल एजेंसी फॉर पब्लिक मोबिलाइजेशन एंड स्टैटिस्टिक्स (CAPMAS) के अनुसार भारत-मिस्र द्विपक्षीय व्यापार समझौता मार्च 1978 से लागू है। यह मोस्ट फेवर्ड नेशन क्लॉज पर आधारित है।