अफगान-पाक सीमा पर फिर झड़प हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को भारी नुकसान पहुँचाने का दावा किया है। पाकिस्तान ने 20 तालिबानी मारे, जबकि तालिबान ने 12 नागरिकों की मौत का आरोप लगाया। भारत ने इस संघर्ष पर चुप्पी साधी है।
इस्लामाबाद: अफगान-पाक सीमा पर फिर से झड़प हुई है। पाकिस्तान का दावा है कि 20 तालिबानी मारे गए हैं। पाकिस्तान का कहना है कि अफगानिस्तान ने उकसाया था, जिसके जवाब में उन्होंने कार्रवाई की। वहीं, तालिबान का दावा है कि पाकिस्तानी हमले में 12 आम नागरिक मारे गए हैं और उन्होंने जोरदार जवाबी कार्रवाई की है। तालिबान ने यह भी कहा कि उन्होंने कई पाकिस्तानी सैनिकों को मार डाला है और सैन्य चौकियों को नष्ट कर दिया है। तालिबान ने बताया कि उनके सैनिक किसी भी पाकिस्तानी चुनौती का सामना करने के लिए सीमा पर तैयार हैं।
चार दिन बाद एक बार फिर अफगान-पाक सीमा पर झड़प हुई है। चार दिन पहले हुई झड़प में दोनों तरफ से करीब सौ लोग मारे गए थे। अंधेरे की आड़ में अफगान सेना द्वारा सैन्य चौकियों पर किए गए हमले में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ था। अफगानिस्तान का दावा है कि पिछले दिन की झड़प में 58 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। पाकिस्तान ने 23 सैनिकों के मारे जाने की बात मानी थी। जवाब में, पाकिस्तान ने भी 200 तालिबानी सैनिकों को मारने का दावा किया है।
संघर्ष पर भारत ने आधिकारिक प्रतिक्रिया से परहेज किया
अफगानिस्तान-पाकिस्तान संघर्ष पर भारत ने आधिकारिक तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। केंद्र सरकार के सूत्रों ने साफ किया है कि वे देख रहे हैं कि यह संघर्ष किस ओर जा रहा है। पाकिस्तान ने इस संघर्ष में भारत का हाथ होने का आरोप लगाया था। पाकिस्तान का तर्क है कि भारत समर्थित विद्रोही सीमा पर पाकिस्तान पर हमला कर रहे हैं। भारत ने अफगानिस्तान की अखंडता की रक्षा के लिए तालिबान के साथ एकजुटता व्यक्त की है।
