Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रही लड़ाई बढ़कर क्या तीसरे विश्व युद्ध का रूप लेने जा रही है। नाटा और रूस के बीच जिस तरह तनाव बढ़ा है। इससे ये सवाल उठ रहे हैं। रूस के तीन लड़ाकू विमानों ने एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया।

Russian MiG-31 fighter jets: शुक्रवार को 3 रूसी मिग-31 लड़ाकू विमानों ने एस्टोनियाई हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया। इसके जवाब में नाटो के लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी। इस घटना से नाटो और रूस के बीच तनाव बहुत अधिक बढ़ गया है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या रूस और यूक्रेन के बीच चल रही लड़ाई से तीसरा विश्व युद्ध शुरू होने जा रहा है?

यूक्रेन को अमेरिका और नाटो के देश खुलकर सैन्य मदद दे रहे हैं। रूस इससे नाराज है। रूस के लड़ाकू विमान जिस तरह नाटो के सदस्य देश के हवाई क्षेत्र में घुस रहे हैं उससे जानकार सवाल उठा रहे हैं कि क्या बड़े जंग की तैयारी हो रही है।

रूसी लड़ाकू विमानों की घुसपैठ को एस्टोनियाई अधिकारियों ने बताया क्रूर

रूसी लड़ाकू विमानों द्वारा की गई घुसपैठ को एस्टोनियाई अधिकारियों ने "अभूतपूर्व रूप से क्रूर" बताया है। इस महीने में यह तीसरी बार है जब रूस ने पोलैंड और रोमानिया में ड्रोन घुसपैठ के बाद नाटो की सीमाओं की जांच की है।

MiG-31 फाइटर जेट को इटली के F-35 ने पीछे हटाया

MiG-31 फाइटर जेट रूसी किंजल हाइपरसोनिक मिसाइल ले जाने में सक्षम है। यह भारी इंटरसेप्टर है। इसने एस्टोनियाई राजधानी टालिन के पास उड़ान भरी और इतालवी F-35 द्वारा पीछे हटाए जाने से पहले लगभग 12 मिनट तक चक्कर लगाया।

नाटो प्रवक्ता एलिसन हार्ट ने एक बयान में कहा, "आज सुबह रूसी विमानों ने एस्टोनियाई हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। नाटो ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और रूसी विमान को रोक लिया। यह रूस के लापरवाह व्यवहार और नाटो की जवाबी कार्रवाई करने की क्षमता का एक और उदाहरण है।"

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एस्टोनियाई के विदेश मंत्री मार्गस त्सखना ने कहा, "रूस इस साल पहले ही चार बार एस्टोनियाई हवाई क्षेत्र का उल्लंघन कर चुका है। यह अपने आप में अस्वीकार्य है, लेकिन आज का उल्लंघन, जिसमें तीन लड़ाकू विमान हमारे हवाई क्षेत्र में घुस आए, अभूतपूर्व रूप से क्रूर है। रूस द्वारा सीमाओं पर लगातार बढ़ते टेस्ट और आक्रामकता का जवाब तेजी से बढ़ते राजनीतिक और आर्थिक दबाव से दिया जाना चाहिए।"

यूरोपीय संघ ने भी इस कार्रवाई की निंदा की। यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख काजा कालास ने इसे "बेहद खतरनाक उकसावे" की कार्रवाई बताया और कहा कि यूरोपीय संघ अपने सदस्य देशों की सुरक्षा को मजबूत करना जारी रखेगा।

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