सार

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रिकॉर्ड 87.8% वोट पाकर राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। अपने विक्ट्री स्पीच में पुतिन ने तीसरा विश्व युद्ध शुरू होने को लेकर चेतावनी दी।

 

मॉस्को। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रिकॉर्ड मतों से राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। सोवियत संघ के टूटने के बाद रूस में किसी नेता को इतने अधिक वोट नहीं मिले थे। पुतिन को 87.8 फीसदी वोट मिला।

राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद भाषण देते हुए पुतिन ने तीसरा विश्व युद्ध शुरू होने को लेकर दुनिया को चेतावनी दी। उन्होंने यह बात यूक्रेन और रूस के बीच चल रही लड़ाई और इसमें नाटो की बढ़ती भूमिका का जिक्र करते हुए कहा। पुतिन ने कहा, "रूस और नाटो के बीच संघर्ष इस तथ्य को जन्म देगा कि तीसरा विश्व युद्ध एक कदम दूर है।"

यूक्रेन में नाटो के सैनिक तैनात करने को लेकर बढ़ा है तनाव

बता दें कि नाटो की ओर से कहा गया है कि वह यूक्रेन में अपने सैनिक तैनात कर सकता है। इसके चलते नाटो और रूस के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। इससे पहले पुतिन के सलाहकार दिमित्री मेदवेदेव ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि रूस तीसरे विश्व युद्ध का 'आकस्मिक आरंभकर्ता' हो सकता है।

इससे पहले 14 मार्च को पुतिन ने नाटो देशों को यूक्रेन में सेना तैनात नहीं करने की चेतावनी जारी की थी। उन्होंने कहा था कि इस तरह का कदम रूस को परमाणु युद्ध की ओर ले जा सकता है। पुतिन ने कहा था कि यदि जरूरी हुआ तो वे रूसी संप्रभुता की रक्षा के लिए परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने के लिए तैयार होंगे।

अगले छह साल के लिए रूस के राष्ट्रपति बन गए हैं पुतिन

71 साल के व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को रूस के चुनाव में रिकॉर्ड जीत हासिल की। इससे सत्ता पर उनकी पकड़ और मजबूत हो गई है। वह अगले छह साल के लिए रूस के राष्ट्रपति बन गए हैं। वह यह कार्यकाल पूरा करते हैं तो अधिक समय तक राष्ट्रपति रहने के मामले में जोसेफ स्टालिन से आगे निकल जाएंगे।

पोलस्टर द पब्लिक ओपिनियन फाउंडेशन (एफओएम) के एग्जिट पोल के अनुसार पुतिन ने 87.8% वोट हासिल किए हैं। कम्युनिस्ट उम्मीदवार निकोलाई खारितोनोव 4% से कम वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। नवागंतुक व्लादिस्लाव दावानकोव तीसरे और लियोनिद स्लटस्की चौथे स्थान पर रहे।

चुनाव में जीत मिलने के बाद पुतिन ने कहा कि वह यूक्रेन में रूस के "विशेष सैन्य अभियान" से जुड़े कार्यों को हल करने को प्राथमिकता देंगे और रूसी सेना को मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा, “हमें बहुत से काम करने हैं। जब हम एकजुट होते हैं तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन हमें डराना या दबाना चाहता है। इतिहास में कोई भी ऐसा करने में सफल नहीं हुआ है। वे अब भी सफल नहीं हुए हैं और वे भविष्य में भी नहीं होंगे।”