सार

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा (South African President Cyril Ramaphosa) के ऊपर मंडरा रहा संकट का बादल छंट गया है। आश्चर्यजनक रूप से सोमवार को उनकी अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस (एएनसी) के टॉप एग्जिक्यूटिव्स ने उन्हें भ्रष्टाचार के सनसनीखेज आरोपों में जीवनदान दे दिया।

जोहान्सबर्ग(Johannesburg). दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा (South African President Cyril Ramaphosa) के ऊपर मंडरा रहा संकट का बादल छंट गया है। आश्चर्यजनक रूप से सोमवार को उनकी अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस (एएनसी) के टॉप एग्जिक्यूटिव्स ने उन्हें भ्रष्टाचार के सनसनीखेज आरोपों में जीवनदान दे दिया। इन्होंने उस रिपोर्ट को खारिज करने का फैसला किया, जिसमें पाया गया कि रामाफोसा ने अपने संवैधानिक दायित्वों का उल्लंघन किया है। पढ़िए पूरी डिटेल्स..

लाखों डॉलर की चोरी के बाद सामने आया था करप्शन
एएनसी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति ( National Executive Committee) के एक दिन के विचार-विमर्श के बाद सोमवार शाम मीडिया से बात करते हुए प्रवक्ता पॉल माशातिले (जो पार्टी के कोषाध्यक्ष जनरल भी हैं) ने कहा कि एनईसी ने रिपोर्ट को खारिज करने का फैसला किया है। इससे पहले सोमवार को रामाफोसा ने संवैधानिक न्यायालय में धारा 89 पैनल की रिपोर्ट की समीक्षा करने और उसे रद्द करने के लिए कागजात दाखिल किए, जिसमें पाया गया कि उन्होंने संविधान का उल्लंघन किया है। रिपोर्ट में इस बात के पर्याप्त सबूत पाए गए थे कि रामाफोसा ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा(Prevention and Combatting of Corrupt Activities Act) का उल्लंघन किया हो सकता है और अपनी आधिकारिक जिम्मेदारियों और अपने निजी व्यवसाय के बीच संघर्ष से जुड़ी स्थिति में खुद को उजागर करके गंभीर कदाचार किया हो सकता है।

राष्ट्रपति ने फर्नीचर में ठूंस रखी थी फॉरेन करेंसी
रामफासा के निजी गेम फार्म (जिसे फला फला-Phala Phala कहा जाता है) की घटना ने इस साल की शुरुआत में सुर्खियां बटोरीं। यहां लाखों डॉलर की अज्ञात राशि कथित रूप से फर्नीचर में छिपाई गई थी, जिसे कथित तौर पर चोरों ने चुरा लिया था। कहा जाता है कि रामाफोसा संबंधित अधिकारियों को घटना की रिपोर्ट करने में विफल रहे और कई महीनों तक यह बताए बिना बिताया कि पैसा कहां से आया जब तक कि उन्होंने जांच में यह नहीं बताया कि यह जानवरों की बिक्री से आया है। यह मामला रामफोसा कहा जाता है) की घटना ने इस साल की शुरुआत में सुर्खियां बटोरीं, जब सैकड़ों हजारों डॉलर की अज्ञात राशि कथित रूप से फर्नीचर में छिपाकर रखी गई थी, जिसे कथित तौर पर चोरों ने चुरा लिया था। कहा जाता है कि रामाफोसा ने संबंधित अधिकारियों को इस घटना की रिपोर्ट नहीं की और कई महीनों तक उन्होंने जांच में कुछ नहीं कहा। बाद में कहा कि यह पैसा जानवरों की बिक्री से आया था।

महाभियोग(impeachment) का खतरा मंडरा रहा था
रामफोसा के खिलाफ संभावित महाभियोग की कार्रवाई का रास्ता साफ करते हुए पैनल की रिपोर्ट, जिसकी अध्यक्षता रिटायर्ड चीफ जस्टिस सैंडिले नगकोबो ने की थी, पिछले सप्ताह नेशनल असेंबली के अध्यक्ष को सौंपी गई थी। माफोसा ने रविवार को पहली बार मीडिया से बात की थी। हालांकि प्रवक्ता माशातिले ने कहा था कि राष्ट्रपति ने इस्तीफे की पेशकश नहीं की और न ही एएनसी ने उनसे इस्तीफा देने के लिए कहा। उन्होंने कहा, "लेकिन एएनसी ने यह फैसला नहीं किया कि राष्ट्रपति को इस्तीफा दे देना चाहिए।" माशातिले ने कहा कि एनईसी का फैसला देश के हित में है।  उन्होंने तर्क दिया-हमारा विचार है कि व्यवसायों के विश्वास में स्थिरता की आवश्यकता है। कल जब आप सोकर उठेंगे तो बाजारों को पता चल जाएगा कि इस देश में एक राष्ट्रपति है, जो पद पर है; काम हो रहा; और इससे पर्याप्त स्थिरता मिलनी चाहिए।

माशातिले ने इस बात से इनकार किया कि एएनसी संसद में अपने बहुमत का इस्तेमाल 'रिपोर्ट को खारिज करने' के लिए कर रही थी, लेकिन विश्लेषकों ने कहा कि जब तक एएनसी सांसदों ने खुले तौर पर इसके खिलाफ मतदान करने के एनईसी के फैसले की अवहेलना नहीं की, तब तक यही स्थिति रहेगी।

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