सार

 पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश के  चटगांव शहर में स्कूल में छात्राओं के यौन उत्पीड़न(sexually assaulting) का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। घटना कपासगोला नगर निगम गर्ल्स हाई स्कूल में हुई। आरोपी टीचर पहले भी इसी तरह की हरकतों के चलते नौकरी से निकाला जा चुका था।

चटगांव(बांग्लादेश). पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश के  चटगांव शहर में स्कूल में छात्राओं के यौन उत्पीड़न(sexually assaulting) का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। घटना कपासगोला नगर निगम गर्ल्स हाई स्कूल में हुई। यहां छात्राओं ने रविवार सुबह स्कूल में पुस्तक उत्सव कार्यक्रम को रोककर यौन उत्पीड़न के लिए प्रिंसिपल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। पढ़िए पूरी डिटेल्स...

एक बार बर्खास्त हो चुका है आरोपी, पढ़िए 10 बड़ी बातें
1. रविवार को यहां दो घंटे के विरोध के बाद स्थानीय वार्ड पार्षद द्वारा हेड टीचर को हटाने और इस पोस्ट को फीमेल हेड टीचरसे बदलने का वादा करने के बाद छात्र पीछे हट गए। कुछ पूर्व छात्र और अभिभावक भी विरोध में शामिल हुए।

2. बांग्लादेश के मीडिया ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, छात्राओं की शिकायत के अनुसार स्कूल के हेड टीचर अलाउद्दीन अहमद ने छात्राओं को कक्षा से अपने कमरे में बात करने के लिए बुलाया और उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित किया और उनका यौन शोषण किया।

3. 10वीं कक्षा के एक प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा कि प्रिंसिपल अलाउद्दीन ने रेड क्रीसेंट, बालिका गाइड, वार्षिक पुरस्कार वितरण सहित विभिन्न कार्यक्रमों में जाकर छात्राओं के साथ तस्वीरें खिंचवाकर स्कूली छात्राओं को परेशान किया। अगर कोई तस्वीर के दौरान उनके बगल में खड़ा होता, तो वह अश्लील तरीके से उस पर हाथ रखकर तस्वीर लेने की कोशिश करते।

4. एक पीड़ित छात्रा ने कहा-“अगर किसी छात्रा ने उस समय विरोध किया, तो प्रिंसिपल ने उन्हें तरह-तरह से धमकाया। प्रिंसिपल का पावर देखकर छात्राएं डरकर चुप रहीं।'

5. हालांकि प्रिंसिपल ने आरोपों को गलत ठहाया। अलाउद्दीन ने कहा: "यह मेरे खिलाफ साजिश है। मुझे स्कूल से निकालने के लिए कुछ पूर्व और वर्तमान शिक्षकों के निर्देश पर इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं।”

6. इस बीच, चौकबाजार वार्ड के पार्षद नूर मुस्तफा टीनू विरोध प्रदर्शन के दौरान मौजूद थे। उन्होंने कहा कि कथित प्रिंसिपल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्थिति को लेकर उन्होंने महापौर से संपर्क किया था।

7. बाद में, वार्ड पार्षद द्वारा स्कूल से प्रधानाध्यापक अलाउद्दीन को हटाने, एक नई फीमेल प्रिंसिपल नियुक्त करने और अलाउद्दीन के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए एक जांच समिति गठित करने का वादा करने के बाद छात्र विरोध से हट गए।

8. इससे पहले भी अलाउद्दीन के खिलाफ कई मौकों पर यौन उत्पीड़न की कई शिकायतें की जा चुकी हैं। उन्हें 2013 में 12वीं कक्षा की एक छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में बर्खास्त भी किया गया था।

9. हालांकि 5 साल के बाद अलाद्दीन को 2018 में उसी स्कूल के प्रिंसिपल के रूप में फिर से नियुक्त कर दिया गया था। इसे लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।

10.इससे पहले अक्टूबर, 2022 में बांग्लादेश के एक मदरसे में हुए यौन उत्पीड़न(sexual harassment) के खिलाफ आवाज उठाने वाली 19 साल की नुसरत जहां रफी को जिंदा जलाकर मार डालने का केस मीडिया की सुर्खियों में आया था। इस मामले में 16 लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई थी। सोनागाजी इस्लामिया दखिल मदरसा की छात्रा नुसरत 6 अप्रैल, 2019 को मदरसा परिसर में जली हुई पाई गई थी। 4 दिन बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स

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