सार

तालिबान ने बघलान और ताखर इन दो प्रांतों की महिलाओं के ईद समारोहों में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

 

काबुल: अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से ही महिलाओं के अधिकारों को कुचला जा रहा है। तालिबान कभी महिलाओं को काम करने से रोक रहा है, तो कभी उनकी शिक्षा हासिल नहीं करने दे रहा। इतना ही नहीं महिलाओं पर लगातार कड़े प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। इस बीच तालिबान ने अफगानिस्तान के दो प्रांतों में महिलाओं के ईद समारोह में शामिल होने पर रोक लगा दी है।

दरअसल, तालिबान ने देश के बगलान और तखार प्रांतों की महिलाओं को ईद-उल-फितर के दिनों में बाहर नहीं निकलने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल अफगानिस्तान के केवल इन दो प्रांतों को ही यह निर्देशों का पालन करने के आदेश दिए गए हैं।

तालिबान ने इस महीने भी लगाए थे प्रतिबंध

खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले अफगानिस्तान के हेरात क्षेत्र में तालिबान अधिकारियों ने महीने की शुरुआत में परिवारों और महिलाओं को रेस्त्रां आदि में भोजन न करने को कहा था। उस समय अधिकारियों ने कहा कि उसने महिलाओं द्वारा हिजाब न पहनने के कारण प्रतिबंध लगाए हैं।

अफगानिस्तान में खाने की किल्लत

बता दें कि दशकों से चले आ रहे संघर्ष का सामना कर रहा अफगानिस्तान इस समय भोजन की कमी सहित कई चुनौतियों से जूझ रहा है। इसके अलावा विदेशी सरकारें भी महिलाओं पर तालिबान के प्रतिबंधों के कारण बड़े पैमाने पर मिलने वाले फंड में कटौती कर रही हैं और प्रतिबंध लगा रही हैं।

महिलाओं की पढ़ाई पर भी लगाया बैन

दुनियाभर में निंदा के बावजूद तालिबान ने लड़कियों की उच्च शिक्षा पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा हाल ही में तालिबान ने संयुक्त राष्ट्र के लिए काम करने वाली महिलाओं के काम करने पर रोक लगा दी थी। अगस्त 2021 में तालिबान के दोबारा सत्ता में आने के बाद से अफगान महिलाओं को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ शिक्षा के क्षेत्र में, जिम में या सार्वजनिक स्थानों पर काम करने की अनुमति नहीं है।

यह भी पढ़ें- बद से बदतर हो रहे है पकिस्तान के हालात, बलूचिस्तान विश्वविद्यालय को नहीं मिल रहा फंड, वेतन के लिए तरस रहे शिक्षक