2024 में वैश्विक सैन्य खर्च 9% बढ़कर रिकॉर्ड 2.7 ट्रिलियन डॉलर हो गया। वहीं, शांति प्रयासों पर खर्च सैन्य व्यय का सिर्फ 0.52% है। सैन्य खर्च में अमेरिका, चीन और रूस के बाद भारत चौथे स्थान पर है।

Top 10 Countries by Military Spending: 'इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पीस' की नई रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में शांति बनाने और शांति बनाए रखने की कोशिशों पर होने वाला खर्च, कुल सैन्य खर्च का सिर्फ 0.52% था। यह एक दशक पहले के 0.83% से भी कम हो गया है। वहीं, 2024 में दुनिया भर में सैन्य खर्च रिकॉर्ड 2.7 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले साल के मुकाबले 9% ज़्यादा है। यह 1988 के बाद से सबसे बड़ी सालाना बढ़ोतरी है। इसने 2023 की 6.8% और 2022 की 3.5% की बढ़ोतरी को भी पीछे छोड़ दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 84 देशों ने पिछले सालों के मुकाबले अपना सैन्य खर्च बढ़ाया है।

रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका सबसे आगे है। सैन्य खर्च के मामले में अमेरिका टॉप पर है, जिसने 2024 में 949.21 बिलियन डॉलर खर्च किए। इसके ठीक पीछे चीन और रूस हैं। अमेरिका, चीन और रूस के बाद भारत दुनिया में चौथे स्थान पर है, जो सैन्य ज़रूरतों पर 281.74 बिलियन डॉलर खर्च करता है।

इसके ठीक पीछे उत्तर कोरिया है, जो अपनी सेना पर कुल 263.11 बिलियन डॉलर खर्च करता है। उत्तर कोरिया वह देश भी है जो अपनी जीडीपी का सबसे बड़ा हिस्सा सैन्य खर्च के लिए रखता है। इसके बाद की जगहों पर सऊदी अरब, जर्मनी, यूक्रेन, यूके और जापान हैं। रिपोर्ट में एक और ज़रूरी बात यह बताई गई है कि जहां 84 देशों ने अपना सैन्य खर्च बढ़ाया है, वहीं 50 देशों में सैन्य खर्च कम हुआ है।