सार
एंटोनियो गुटेरेस ने लेबनान के राष्ट्रपति मिशेल औन के साथ बाबदा पैलेस (Babada Palace) में प्रेसकांफ्रेंस में कहा कि मेरा मानना है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने लेबनान, जॉर्डन और अन्य देशों के लिए पर्याप्त समर्थन की पेशकश नहीं की, जिन्होंने शरणार्थियों के लिए अपनी सीमाएं और दिल खोल दिए हैं।
बेरूत। लेबनान (Lebanon) की मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आगे आने के लिए यूएन के सेक्रेटरी जनरल (UN Secretary General) ने अपील की है। यूएन के सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को लेबनान को अपना दिल खोलकर मदद और समर्थन करना चाहिए। लेबनान को मदद की बेहद जरूरत है।
एंटोनियो गुटेरेस ने लेबनान के राष्ट्रपति मिशेल औन के साथ बाबदा पैलेस (Babada Palace) में प्रेसकांफ्रेंस में कहा कि मेरा मानना है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने लेबनान, जॉर्डन और अन्य देशों के लिए पर्याप्त समर्थन की पेशकश नहीं की, जिन्होंने शरणार्थियों के लिए अपनी सीमाएं और दिल खोल दिए हैं।
गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों को लेबनान के लिए अपना समर्थन बढ़ाकर पूरी जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, लेबनान को अधिक समर्थन की जरूरत है क्योंकि यह बहुत कठिन परिस्थितियों से गुजर रहा है।
गुटेरेस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र उस समय लेबनान के उदार आतिथ्य की सराहना करता है जब कुछ अमीर देश शरणार्थियों के लिए अपनी सीमाएं बंद कर रहे थे। उन्होंने लेबनान के राजनेताओं से मौजूदा आर्थिक संकट से निपटने और संस्थानों के पतन को समाप्त करने का भी आह्वान किया।
गुटेरेस ने लेबनान के लिए संयुक्त राष्ट्र के निरंतर समर्थन को दोहराया, लेबनानी सेना और अन्य सैन्य संस्थानों के लिए निरंतर अंतर्राष्ट्रीय समर्थन का वचन दिया।
सीरियाई शरणार्थियों की वापसी का समाधान खोजे
राष्ट्रपति मिशेल औन ने लेबनान पर संकट के महत्वपूर्ण बोझ का हवाला देते हुए सीरियाई शरणार्थियों की उनकी मातृभूमि में वापसी के लिए एक समाधान खोजने की आवश्यकता पर बल दिया, जो पहले से ही कई समस्याओं से पीड़ित है।
गुटेरेस रविवार दोपहर लेबनान पहुंचे जहां उन्होंने लेबनान के अधिकारियों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात करेंगे, साथ ही दक्षिणी लेबनान में संयुक्त राष्ट्र की सेना से मुलाकात किया। उन्होंने बेरूत बंदरगाह का भी दौरा किया, जो पिछले साल दो बड़े विस्फोटों से हिल गया था, जिसमें 200 से अधिक लोग मारे गए थे।
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