सार
भारत के कर्नाटक में स्कूल-कॉलेजों में यूनिफॉर्म का मु्द्दा अभी भी सुर्खियों में बना रहता है। यूनिफॉर्म की अनिवार्यता से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला बांग्लादेश में सामने आया है।
ढाका. भारत के कर्नाटक में स्कूल-कॉलेजों में यूनिफॉर्म का मु्द्दा अभी भी सुर्खियों में बना रहता है। हिजाब को लेकर(Karnataka Hijab controversy) को लेकर कंट्रोवर्सी का मामला इस समय सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। यूनिफॉर्म की अनिवार्यता से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला बांग्लादेश में सामने आया है। दिनाजपुर के चांदगंज एएसएम BI-मुखी हाई स्कूल और कॉलेज(ASM Bi-Mukhi High School) में एक स्कूल टीचर पर 15 फरवरी की सुबह स्कूल यूनिफार्म नहीं पहनने पर छात्रों की पिटाई करने का आरोप लगा है।
टेलर ने सिलने में की लेट, प्रिंसिपल ने टीचर के पीटने से रोका था
बांग्लादेश के मीडिया ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी स्कूल का असिस्टेंट टीचर नजरूल इस्लाम है। सूत्रों ने बताया कि उस दिन नजरूल ने असेंबली में कुछ छात्रों को बिना यूनिफॉर्म के देखा। बाद में उसने उन छात्रों में से 8-10 को अपने कमरे में बुलाया और उन्हें बेंत से पीटा। घर भेजे जाने के बाद छात्रों ने उसके खिलाफ अपने माता-पिता से शिकायत की।
आठवीं कक्षा के छात्र सौरभ ने कहा-“जब हमें बुलाया गया, तो हमने उन्हें बताया कि टेलर ने कहा है कि वे दो दिन बाद यूनिफॉर्म देगा। तब प्रिंसिपल ने कहा कि हमें पीटने की कोई जरूरत नहीं है। हालांकि, टीचर ने फिर भी हमें पीटा था।"
सातवीं कक्षा के छात्र शाहनवाज़ इस्लाम शकील ने कहा:-"मैंने एक व्हाइट शर्ट पहनी थी, बस एक समान पैंट नहीं थी। इसलिए नजरूल साहब ने बेंत तोड़ने की हद तक पीटना शुरू कर दिया।"
एक अन्य छात्र आसिफ हसन रिमोन ने कहा कि यूनिफॉर्म पैंट नहीं होने पर उसे पीटा गया।
प्रिंसिपल ने मीडिया से कहा कि हालांकि, जिस तरह से नजरुल इस्लाम ने छात्रों को पीटा वह वास्तव में दुखद था। इसको लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों से चर्चा की गई। हम स्कूल की गवर्निंग बॉडी से चर्चा करेंगे और उसके खिलाफ जरूरी कार्रवाई करेंगे।
घटना के बाद आरोपी टीचर स्कूल में नहीं दिखा। हालांकि, जब फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा, "यह कोई बड़ी बात नहीं है। मैं सिर्फ छात्रों को अनुशासित करना चाहता था, लेकिन माता-पिता ने इसे लेकर बवाल मचा दिया।"
यह भी पढ़ें