सार
अमेरिका ने ईरान के राष्ट्रपति की पाकिस्तान की यात्रा के बारे में कहा कि ईरान के साथ कारोबार करने की इच्छा रखने वाले किसी भी व्यक्ति को अमेरिका की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने के जोखिम की भी जानकारी होनी चाहिए।
ईरान-पाकिस्तान रिश्ते। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी दो दिवसीय दौरे के लिए पाकिस्तान पहुंचे हुए है। वो बीते 22 अप्रैल को ही भारत के पड़ोसी मुल्क की यात्रा पर पहुंचे थे। आज बुधवार (24 अप्रैल) को ईरानी राष्ट्रपति के दौरे का आखिरी दिन है। इससे पहले अमेरिका ने ईरान के राष्ट्रपति की पाकिस्तान की यात्रा के बारे में कहा कि ईरान के साथ कारोबार करने की इच्छा रखने वाले किसी भी व्यक्ति को अमेरिका की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने के जोखिम की भी जानकारी होनी चाहिए। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने मंगलवार (23 अप्रैल) को ईरान के राष्ट्रपति की पाकिस्तान की यात्रा के बारे में किए गए एक प्रश्न के उत्तर में यह बात कही।
अमेरिका ये साफ संदेश देना चाहता है कि अगर कोई भी देश ईरान के साथ कारोबार करता है तो उस पर भी अमेरिकी प्रतिबंध लागू हो सकता है। वहीं अगर पाकिस्तान किसी भी तरह से ईरान के साथ बिजनेस करता है तो अमेरिका उसका भी हुक्का-पानी बंद करने से बिल्कुल भी नहीं कतराएगा। अमेरिका ने पाकिस्तान को अपनी विदेश नीति के बारे में भी ध्यान रखने की हिदायत दे डाली।
ईरान और पाकिस्तान के बीच 8 समझौते
ईरान के राष्ट्रपति ने पाकिस्तान दौरे के वक्त आठ समझौते पर हस्ताक्षर किया है। दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार को 10 अरब अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाने पर भी सहमत हुए। वहीं अमेरिका ने इसी हफ्ते की शुरुआत में पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में उसकी मदद करने वालों पर प्रतिबंध लगाया, जिसमें चीन की तीन कंपनी भी शामिल हैं। पटेल ने कहा, ‘‘प्रतिबंध इसलिए लगाए गए क्योंकि ये ऐसी संस्थाएं हैं जो सामूहिक विनाश के हथियारों के उत्पादन और उनके प्रसार को बढ़ावा दे रही थीं। ये बेलारूस में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना से जुड़ी कंपनी हैं और हमने देखा है कि इन्होंने किस प्रकार से पाकिस्तान के बैलेस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जरूरी घटक और अन्य सामान मुहैया कराए।
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