US-Russia Summit 2025 में अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump और रूसी राष्ट्रपति Vladimir Putin अलास्का में ऐतिहासिक मुलाकात करेंगे। जानिए अलास्का चुने जाने के 4 बड़े कारण, इतिहास और रणनीतिक महत्व।
US-Russia Summit Alaska 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन करीब सात साल बाद पहली बार आमने-सामने बैठने जा रहे हैं। दोनों राष्ट्राध्यक्ष इस बार यूक्रेन युद्ध को खत्म करने पर बातचीत करेंगे। हालांकि, इस शिखर वार्ता में यूक्रेन कहीं नहीं है। यह बहुप्रतीक्षित अमेरिका-रूस शिखर वार्ता (US-Russia Summit) शुक्रवार को अलास्का (Alaska) के सबसे बड़े शहर एंकोरेज (Anchorage) में स्थित संयुक्त सैन्य अड्डे ज्वाइंट बेस एल्मेंडॉर्फ-रिचर्डसन (Joint Base Elmendorf-Richardson) पर होगी।
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पहले जानते हैं अलास्का का इतिहास-भूगोल?
अलास्का, अमेरिका का पश्चिमी राज्य है। हालांकि, भौगोलिक और ऐतिहासिक रूप से यह राज्य रूस से जुड़ा है। 18वीं सदी में यह रूसी उपनिवेश था और 1867 में रूस के जार अलेक्जेंडर द्वितीय (Tsar Alexander II) ने इसे 72 लाख डॉलर में अमेरिका को बेच दिया। उस समय इसे आर्थिक रूप से बोझ माना गया लेकिन बाद में यहां सोना और तेल जैसी कीमती संसाधनों की खोज ने इसे रणनीतिक दृष्टि से अहम बना दिया।
रूस में अलास्का को लेकर समय-समय पर बहस होती रही है। जुलाई 2022 में डूमा (Duma) के स्पीकर व्याचेस्लाव वोलोडिन (Vyacheslav Volodin) ने इसे विवादित भूमि बताया था। हालांकि, 2014 में पुतिन ने मजाक में कहा था कि मेरी प्यारी, अलास्का की जरूरत किसे है? यह बहुत ठंडा है।
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दो महाशक्तियों के प्रमुखों के मीटिंग के लिए क्यों अलास्का को चुना गया?
अलास्का को ट्रंप और पुतिन के बीच शिखर वार्ता के लिए कई वजहों से चुना गया। अलास्का के चयन के 4 प्रमुख कारण...
- कानूनी सुरक्षा (Legal Shield to Putin): 2023 में इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने पुतिन पर युद्ध अपराधों का आरोप लगाया था जिससे वे 125 देशों में गिरफ्तार हो सकते हैं। अमेरिका ICC के अधिकार क्षेत्र को मान्यता नहीं देता इसलिए अलास्का में बैठक से कानूनी जोखिम टल गया।
- रणनीतिक और ऐतिहासिक प्रतीक (Strategic Symbolism): रूस से मात्र 4 किलोमीटर चौड़ा बेरिंग जलडमरूमध्य (Bering Strait) अलास्का को सीधे रूसी भूभाग से जोड़ता है जो साझा इतिहास और कूटनीतिक अवसर का संकेत है।
- सुरक्षा और एकांत (Security & Seclusion): ज्वाइंट बेस एल्मेंडॉर्फ-रिचर्डसन अमेरिकी उत्तरी रक्षा ढांचे का अहम हिस्सा है जहां आधुनिकतम फाइटर जेट्स तैनात हैं और गोपनीयता सुनिश्चित है।
- आर्कटिक महत्व (Arctic Resonance): अलास्का अमेरिका-रूस के आर्कटिक हितों, शिपिंग रूट्स और प्राकृतिक संसाधनों के केंद्र में है। यह वार्ता पारंपरिक कूटनीति से आगे बढ़कर आर्कटिक एजेंडे को भी रेखांकित करेगी।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और वर्तमान तनाव
2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से मॉस्को और वॉशिंगटन के रिश्ते बिगड़ गए थे। अब अलास्का की धरती पर यह बैठक दोनों देशों के बीच संवाद को फिर से जीवित करने की कोशिश के रूप में देखी जा रही है।
