सार
एक ही धर्म के लोग, लेकिन उनमें से एक दुश्मन देश की राजनीति का समर्थन करता है. संघर्ष के लिए इससे ज्यादा और क्या चाहिए?
धर्म हमेशा से उस समय की सत्ता का अनुसरण करते रहे हैं. दुनिया भर में धर्मों के प्रसार के इतिहास को देखने पर पता चलता है कि हर जगह एक मजबूत सैन्य उपस्थिति थी. जब भी ईसाई धर्म एशिया में फैला, उसके साथ पुर्तुगाली, डच, फ्रांसीसी, अंग्रेजी सेनाओं की मजबूत उपस्थिति थी. हालाँकि, हाल के दिनों में धर्म इस तरह के हमलों के माध्यम से धर्म प्रचार को बढ़ावा नहीं देते हैं. वहीं, धर्मों के भीतर ही बड़े पैमाने पर संघर्ष भी देखे जा सकते हैं. इनमें से सबसे आखिरी में यूक्रेन का एक वीडियो शेयर किया गया था. यूक्रेन के सांसद आर्टेम दिमित्रुक ने यूक्रेन के सेंट माइकल्स कैथेड्रल में यूक्रेनियन ऑर्थोडॉक्स चर्च (UOC) समर्थकों द्वारा किए गए हमले का वीडियो शेयर किया. वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा 'भगवान ने यूक्रेन छोड़ दिया'.
24 फरवरी 2022 को, रूस ने 'विशेष सैन्य अभियान' के नाम पर यूक्रेन के खिलाफ युद्ध शुरू किया जो आज भी जारी है. हर पल देश दुश्मन के मिसाइलों के साये में जी रहा है. इसी बीच यूक्रेन के एक ईसाई चर्च में विश्वासियों के बीच आपस में झड़प हो गई. यूक्रेन के सबसे बड़े ऑर्थोडॉक्स चर्च, चेर्कासी के सेंट माइकल्स कैथेड्रल को हाल ही में ऑर्थोडॉक्स चर्च ऑफ यूक्रेन (OCU) में बदल दिया गया था. इसके बाद यूक्रेन समर्थक ईसाई और मॉस्को पितृसत्ता के समर्थक छह घंटे से अधिक समय तक चर्च में आपस में भिड़ते रहे. यूएस सन की रिपोर्ट के अनुसार, विश्वासी लाठी, पत्थर, कुर्सियां लेकर एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे.
चर्च के गेट तोड़ दिए गए और विश्वासियों पर पेपर स्प्रे का इस्तेमाल किया गया. इससे चर्च युद्ध के मैदान में बदल गया. टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सैन्य पुजारी फादर नाज़री सज़ान्स्की ने मॉस्को से जुड़े चर्च को "रूसी सुरक्षा सेवा का उपकरण" बताते हुए उसकी निंदा की. मॉस्को से जुड़े चर्च के नेता मेट्रोपॉलिटन फियोडोसी के वहां पहुंचने पर स्थिति और खराब हो गई. फियोडोसी पर यूक्रेन के खिलाफ देशद्रोही गतिविधियों और धार्मिक संघर्ष को भड़काने का आरोप है. इसके बाद चेर्कासी के मेयर अनातोली बॉन्डारेंको ने लोगों से शहर में मॉस्को चर्च की उपस्थिति की आवश्यकता पर चर्चा करने को कहा. रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च यूक्रेनी सेना का समर्थन नहीं करता है. इसलिए चर्च के यूक्रेनी होने का दावा गलत है और इसलिए देश को चर्च का नियंत्रण अपने हाथ में लेना चाहिए, फादर नाज़री ने मांग की.