सार
रूसी-यूक्रेन युद्ध के दौरान वैगनर ग्रुप सुर्खियों में आया था। दरअसल, इस ग्रुप का गठन पुतिन की सहमति से ही किया गया था।
Who is Wagner: रूस की प्राइवेट सेना वैगनर ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तख्तापलट की कोशिशें शुरू कर दी है। प्रेसीडेंट पुतिन की प्राइवेट आर्मी कही जाने वाली वैगनर ग्रुप ने ही विद्रोह का बिगुल फूंकने के बाद कई शहरों पर कब्जा भी कर लिया है। वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने पुतिन की सत्ता उखाड़ फेंकने का ऐलान किया और मॉस्को की तरफ चढ़ाई कर दी। वैगनर चीफ ने दावा किया है कि उन्होंने बखमुत शहर पर कब्जा कर लिया है। चीफ का यह भी दावा है कि उनकी सेना बोस्तोव की तरफ बढ़ रही है। ऑडियो संदेश में कहा कि वह और उनका समूह आगे बढ़ रहे हैं और अंत तक चलते रहेंगे। धमकी देते हुए कहा कि जो भी हमारे रास्ते में आएगा उसे नष्ट कर दिया जाएगा। उधर, रूसी सेना ने सुरक्षा बढ़ा दी है और सड़क पर लड़ाकू टैंक उतार दिए हैं। पुतिन ने विद्रोही गुट वैगनर को चेताया है। फरवरी 2022 में यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद से इस घटनाक्रम को राष्ट्रपति पुतिन के लिए सबसे आक्रामक चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।
वैगनर ग्रुप क्या है और वे क्यों लड़ रहे हैं?
रूसी-यूक्रेन युद्ध के दौरान वैगनर ग्रुप सुर्खियों में आया था। दरअसल, इस ग्रुप का गठन पुतिन की सहमति से ही किया गया था। खूंखार लड़ाकों के इस ग्रुप को 2014 में यूक्रेन में रूस समर्थक ताकतों के सपोर्ट में किया गया था। इस ग्रुप का चीफ, राष्ट्रपति पुतिन का रसोइया था। उसने जेल में बंद दुर्दांत अपराधियों का चयन कर एक ऐसी प्राइवेट सेना बनाई जो बाद में युद्ध के दौरान यूक्रेन में कत्लेआम मचाते हुए कई शहरों में कब्जा किया था। हालांकि, पहले यह अफ्रीका और मध्य पूर्वी क्षेत्रों में सक्रिय एक गुप्त संगठन था। वैगनर समूह में रूस की विशिष्ट रेजिमेंट और विशेष बलों के 5,000 लड़ाके होने का अनुमान है। वैगनर ग्रुप अपनी क्रूरता और निर्ममता के लिए जाना जाता है। यूक्रेन युद्ध के दौरान इस साल जनवरी में डोनेट्स्क क्षेत्र पर कब्ज़ा करने का एकमात्र श्रेय इसी को है।
दिसंबर में, अमेरिका का मानना था कि वैगनर समूह के पास यूक्रेन के अंदर अनुमानित 50,000 लड़ाके थे जिनमें 10,000 ठेकेदार और रूसी जेलों से 40,000 अपराधी शामिल थे। रूसी सैन्य कार्रवाइयों में वैगनर समूह की भूमिका का रूस ने खंडन किया है। हालांकि, एक रूसी थिंक टैंक ने विस्तार से बताया कि वैगनर रूसी राज्य से जुड़ा हुआ है। 2014 और 2015 में यूक्रेन में रूस के संचालन में एक बड़ी भूमिका निभाई थी।
ऐसा माना जाता है कि वैगनर समूह ने लीबिया के साथ-साथ गृह युद्ध में मध्य अफ्रीकी गणराज्य में भी सैन्य विमान भेजे थे। वैगनर पर नागरिकों को मारने, संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों पर हमला करने और कई अत्याचार करने का आरोप लगाया गया था जिसमें निहत्थे लोगों को मारना शामिल था। संयुक्त राज्य अमेरिका ने समूह को एक अंतरराष्ट्रीय आपराधिक संगठन के रूप में नामित किया जिसने 'व्यापक मानवाधिकारों का उल्लंघन' किया।
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