सार
यूक्रेन के पूर्व सैन्य प्रमुख का कहना है कि महाशक्तियों रूस और अमेरिका का यूक्रेन युद्ध में सीधे तौर पर शामिल होना तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत का संकेत है।
कीव: यूक्रेन के पूर्व सैन्य प्रमुख वालेरी ज़ालूज़्नी ने दावा किया है कि तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो चुका है। महाशक्तियों रूस और अमेरिका का यूक्रेन युद्ध में सीधे तौर पर शामिल होना इस बात का सबूत है। ज़ालूज़्नी का कहना है कि उत्तर कोरिया, ईरान और चीन जैसे देश इस युद्ध में रूस के साथ हैं। ज़ालूज़्नी यूक्रेन के एक ऑनलाइन अखबार 'यूक्रेन्स्का प्रावदा' के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
पूर्व सैन्य प्रमुख ने बताया कि इस साल यूक्रेन का सामना सिर्फ़ रूस से नहीं है। यूक्रेन के खिलाफ उत्तर कोरियाई सैनिकों की तैनाती, यूक्रेन के आम नागरिकों पर ईरान के ड्रोन हमले, उत्तर कोरिया और चीन के हथियार, ये सब युद्ध के अंतरराष्ट्रीय दायरे को दर्शाते हैं। इसलिए, ज़ालूज़्नी का मानना है कि 2024 में तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो गया है।
रूस विरोधी युद्ध रणनीतियों को लेकर ज़ेलेंस्की से मतभेदों के कारण इसी साल फरवरी में ज़ालूज़्नी को सैन्य प्रमुख के पद से हटा दिया गया था। ज़ालूज़्नी ने कहा कि व्यापक समर्थन के बिना यूक्रेन की जीत अनिश्चित बनी रहेगी।
इस बीच, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि यूक्रेन द्वारा अमेरिकी और ब्रिटिश मिसाइलों का इस्तेमाल, जो रूस में गहराई तक मार कर सकती हैं, के जवाब में यूक्रेन पर नई इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल दागी गई है। रूसी राष्ट्रपति ने चेतावनी दी कि अमेरिकी वायु रक्षा प्रणालियों के पास नई मिसाइल को रोकने की क्षमता नहीं है। पुतिन ने दावा किया कि यह ध्वनि की गति से दस गुना तेज़ी से चलती है।
इसके बाद, रिपोर्ट्स में सामना आया कि रूस प्रतिबंधों को दरकिनार कर उत्तर कोरिया को बड़े पैमाने पर ईंधन दे रहा है। ओपन सोर्स सेंटर की एक रिपोर्ट, जो सैटेलाइट तस्वीरों पर आधारित है, बताती है कि मार्च से रूस ने उत्तर कोरिया को लाखों बैरल ईंधन दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस को हथियार और सैनिक देने के बदले प्योंगयांग को दिया गया ईंधन है। यह कदम संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का उल्लंघन है।