कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में ओडिशा ट्रेन हादसे (Odisha Train Accident) पर बयान दिया है। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की है। ट्विटर यूजर्स ने इसके लिए राहुल को निशाना बनाया है। एक ने तो लालू यादव को भी याद किया है।
ओडिशा के बालासोर में रेल हादसे में मारे गए लोगों की बात करते-करते रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini vaishnav) रो पड़े। उन्होंने कहा कि हमारा दायित्व अभी खत्म नहीं हुआ है।
अमेरिका के न्यूयॉर्क में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने ओडिशा ट्रेन हादसे (Odisha Train Accident) का जिक्र करते हुए भाजपा पर निशाना साधा।
ओडिशा ट्रेन हादसे (Odisha Train Accident) में टूटे रेल ट्रैक की मरम्मत हो गई है। इस ट्रैक से पहली ट्रेन गुजरी तो रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाथ जोड़कर प्रार्थना की। हादसे के 51 घंटे बाद इस रेल ट्रैक के मरम्मत का काम पूरा हुआ।
रविवार को मौतों के आंकड़ों को ओडिशा सरकार ने स्पष्ट किया। राज्य सरकार ने बताया कि ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 288 नही बल्कि 275 है।
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार 2 जून की शाम करीब 7 बजे हुए रेल हादसे में अब तक 275 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, इस रेल एक्सीडेंट में 1175 लोग घायल हुए हैं। इसी बीच, गौतम अडाणी मारे गए लोगों के बच्चों को मुफ्त स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी उठाई है।
ओडिशा ट्रेन हादसे में अब तक 275 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1175 लोग घायल हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे की वजह इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में आई गड़बड़ी को बताया है। आखिर क्या है इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम? आइए जानते हैं।
कैग रिपोर्ट में एक साल पहले ही कहा गया था कि नया ट्रैक लगाने के लिए धन के आवंटन में कमी आई है। इसके लिए जितना पैसा मिलता है उसका भी ठीक से इस्तेमाल नहीं होता।
ओडिशा के बालासोर में 2 जून को हुए रेल हादसे (Odisha Train Accident) में अब 288 लोगों की मौत हो चुकी है और 1100 से ज्यादा लोग घायल हैं। क्या आप जानते हैं कि टिकट बुक करते समय इंश्योरेंस का ऑप्शन लेने पर पैसेंजर को 10 लाख तक का बीमा कवर मिलता है।
रेलवे बोर्ड की सदस्य जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि ओडिशा में ट्रेन हादसा (Odisha Train Accident) सिग्नलिंग में परेशानी के चलते हुआ। हादसे के वक्त कोरोमंडल एक्सप्रेस की रफ्तार 128 km/h और बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस की रफ्तार 126 km/h थी।