संयुक्त राष्ट्र की वेदर एजेंसी (UN Weather Agency) ने बुधवार को अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि अगले पांच भयंकर गर्मी (Next Five Years Hottest Ever) का सामना पूरी दुनिया करेगी।
दिल्ली पुलिस ने रेलवे में नौकरी के नाम पर चल रहे एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को बताया कि अंतरराज्यीय रेलवे नौकरी रैकेट(interstate railway job racket) में शामिल होने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
गर्मी के दिनों में एसी का इस्तेमाल काफी बढ़ जाता है। ठंडी-ठंडी हवा से जो राहत मिलती है, उसमें हम कुछ बातों का ध्यान रखना भूल जाते हैं और इसकी वजह से एसी फटने या उसमें आग लगने का खतरा बढ़ सकता है।
एक साथ कई ब्रांड्स की गाड़ियों में गड़बड़ी मिली है। कंपनियों की तरफ से कार मालिकों और ड्राइवर से अपील की गई है कि वे अपनी गाड़ियां पार्क कर दें और तब तक न चलाएं, जब तक की उसकी खामियों को दूर नहीं कर लिया जाता है।
सिक्योरिटी एजेंसीज ने सेना के जवान बनकर 60 से अधिक लोगों को ठगने वाले साइबर गैंग का पर्दाफाश किया है। पुणे स्थित दक्षिणी सेना कमान की मिलिट्री इंटेलिजेंस (MI) यूनिट द्वारा शुरुआती जानकारी शेयर किए जाने के बाद मल्टी-एजेंसी ऑपरेशन शुरू किया गया था।
चार धाम यात्रा 2023(Char Dham Yatra 2023): केदारनाथ धाम तीर्थयात्रियों के लिए खोले जाने के दो दिन बाद उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित प्रसिद्ध बद्रीनाथ धाम 27 अप्रैल को सुबह 7:10 बजे मंत्रोच्चार के साथ खोल दिया गया।
लगातार तीन साल 2019, 2020 और 2021 में गर्मी के चक्रवातों से प्रभावित होने के बाद ओडिशा सरकार ने आने वाले दिनों में इस तरह की स्थिति के लिए कमर कस ली है, हालांकि आईएमडी ने एक पखवाड़े में बंगाल की खाड़ी में कम दबाव बनने की कोई संभावना नहीं जताई है।
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के कम से कम 125 गांव आगामी मानसून के मौसम में हाई टाइड(high tide) से प्रभावित होंगे। प्रशासन के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
नवी मुंबई में पिछले दिनों महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह के दौरान लू(Heat Stroke) से हुई 11 लोगों की मौत और 100 से अधिक लोगों के बीमार होने के बाद कई राज्यों में लगातार अलर्ट जारी किए जा रहे हैं।
अगर किसी को लगता है कि वो ट्रैफिक कैमरों की नजरों से बचकर निकल जाएगा, तो यह भ्रम अब दूर कर लीजिए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी(AI) के बारे में तो सुना ही होगा? अब कैमरों में भी इसी तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा है।