यह कफ सिरप अब चार साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं दिया जा सकेगा। कफ सिरप आमतौर पर सर्दी-खांसी के उपचार में उपयोग में लाया जाता है।
ड्रग कंट्राेलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत में पहले बूस्टर डोज को मंजूरी दे दी है। कॉर्बेवैक्स नामक बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की वैक्सीन को बूस्टर डोज में लेने की मंजूरी दी गई है। कोवैक्सीन या कोविशील्ड की दो डोज लेने वाले इस वैक्सीन को छह महीने के बाद बूस्टर के रूप में लगा सकते हैं।
स्पुतनिक लाइट को पहले ही 30 से अधिक देशों में अधिकृत किया जा चुका है। आरडीआईएफ ने कहा है कि कई देशों में वास्तविक दुनिया के आंकड़ों से पता चला है कि स्पुतनिक लाइट एक सुरक्षित और प्रभावी टीका है जब इसे स्टैंडअलोन आधार पर और बूस्टर के रूप में उपयोग किया जाता है।
कोरोना संक्रमण(corona infection) के खिलाफ जारी लड़ाई में एक नई पहल हुई है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इंट्रानैसल बूस्टर डोज ट्रायल के लिए भारत बायोटेक को परमिशन दे दी है।
ड्रग्स कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (Drugs Controller General of India, DCGI) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने कोरोना की वैक्सीन कोवैक्सीन और कोविशील्ड को खुले बाजार में बेचने की सिफारिश की है.
DCGI ने भारत बायोटेक द्वारा बच्चों के लिए बनाए गए कोविड-19 वैक्सीन Covaxin के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी है। 12 से 18 साल के बच्चों को यह टीका दिया जा सकेगा।
सीरम के CEO अदार पूनावाला ने कल कहा था कि ओमीक्रोन वैरिएंट (Omicron Variant) से निपटने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट कोविशील्ड का बूस्टर डोज बना सकता है।
corona के विरुद्ध जारी लड़ाई में एक और पहल हुई है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन (Covaxin) की मिक्सिंग को परमिशन दे दी है।
अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर ने अपनी कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी अप्रूवल(लाइसेंस) के लिए अब तक भारतीय दवा नियामक(DCGI) को आवेदन नहीं किया है, जबकि उससे दो बार आग्रह किया जा चुका है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया(SII) को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण(DCGI) ने एक झटका दिया है। उसे बच्चों पर कोवोवैक्स टीके के ट्रायल की अनुमति नहीं दी है। तर्क दिया गया है कि अभी इस वैक्सीन को किसी भी देश ने मंजूरी नहीं दी है।