साल 2016 में बांग्लादेश में कुछ अतिवादी समूहों ने विदेशिायें, धार्मिक अल्पसंख्यकों, धर्मनिरपेक्ष लोगों व ब्लागर्स पर प्राणघातक हमले करने शुरू कर दिए। पूरे देश में भयानक अराजकता फैली थी। जुल्हाज मन्नान भी एक समलैंगिक अधिकार पत्रिका रूपबान के संपादक थे।