अरविंद केजरीवाल ने लोगों से मुख्यमंत्री का चेहरा चुनने की अपील भी की थी। उन्होंने एक नंबर जारी किया है। 7074870748 जारी किया और अपील की है कि इस नंबर पर कॉल कर पंजाब के लोग बताए कि वह किसे सीएम देखना चाह रहे हैं।
संगठन के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरी कलां ने कहा कि संगठन की नीति चुनाव का बहिष्कार करने की नहीं बल्कि तटस्थ रहने की है। जिसके अनुसार नेता न तो उम्मीदवार के रूप में खड़ा हो सकता है और न ही किसी उम्मीदवार का समर्थन कर सकता है।
गुरनाम सिंह चढूनी ने साफ कर दिया है कि अगर संयुक्त समाज मोर्चा गुरुवार तक उनके दल को 25 सीटें नहीं देता है तो फिर वो अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेंगे। संयुक्त समाज मोर्चा की ओर से संयुक्त संघर्ष पार्टी को 9 सीटें ऑफर की गई हैं।
चुनावी कैंपेन में जुटे अरविंद केजरीवाल के लिए सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि संयुक्त समाज मोर्चा अब खुद भी चुनाव मैदान में आ गया है। इस वजह से आम आदमी पार्टी को खासा नुकसान हो रहा है। इस बात को अरविंद केजरीवाल भी स्वीकार करते हैं।
केजरीवाल के डोर-टू-डोर प्रचार पर कांग्रेस ने निशाना साधा है। चन्नी सरकार के मंत्री राजकुमार वेरका ने कहा कि केजरीवाल जब भी आते हैं, पंजाब में कोरोना फैलाकर चले जाते हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से केजरीवाल पर सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की।
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने बुधवार को दिल्ली के सीएम और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के 10 सूत्रीय ‘पंजाब मॉडल’ पर तंज कसा है और कहा- ‘पंजाब के बारे में जीरो ज्ञान रखने वाले और दिल्ली में बैठे लोगों द्वारा लिखे गए 10 पॉइंट्स की सूची कभी भी पंजाब मॉडल नहीं हो सकती।’
पंजाब में कुल 117 सीटें हैं। जिनमें से करीब 70 पर बीजेपी के उम्मीदवार उतारे जा सकते हैं। जबकि बाकी बची हुई सीटों पर बीजेपी के गठबंधन सहयोगी अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) चुनाव मैदान में उतरेगी।
पंजाब में विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) की तारीखों के ऐलान के बाद राज्य में आम आदमी पार्टी (AAP) ने सबसे पहले डोर-टू-डोर कैंपेनिंग (door to door election campaign) की शुरुआत कर दी है।
मोहाली पहुंचे अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 1947 से लेकर अब तक की सबसे ईमानदार पार्टी आम आदमी पार्टी है और एक भी टिकट नहीं बेचा गया है। केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के लोग मन बना चुके हैं कि इस बार आम आदमी पार्टी को ही मौका देना है।
शेखावत ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 5 जनवरी को फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में सेंध लगने के बाद कांग्रेस अनैतिक राजनीति में उतर गई। मोदी के मन में पंजाब के लिए बहुत सम्मान है और राज्य को उसके आर्थिक संकट से उबारने की प्रतिबद्धता के साथ एक पूरा रोडमैप है।