शनि जयंती इस बार 19 मई, शुक्रवार को है। इस दिन शनिदेव के मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं। वैसे तो हमारे देश में शनिदेव के अनेक मंदिर हैं, लेकिन इन सभी में तमिलनाडु में स्थित अक्षयपुरीश्वर मंदिर बहुत खास है।
Shani Jayanti 2023 Shubh Muhurat :इस बार 19 मई, शुक्रवार को शनि जयंती का पर्व मनाया जाएगा। मान्यता के अनुसार, इसी दिन सूर्यपुत्र शनिदेव का जन्म हुआ था। इस बार शनि जयंती पर की शुभ योग बन रहे हैं, जिससे इस पर्व का महत्व बहुत बढ़ गया है।
Shani Myth: इस बार शनि जयंती का पर्व 19 मई, शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन सभी प्रमुख शनि मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना आदि की जाती है। मान्यता है कि इस दिन किए गए उपायों से शनिदेव जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं।
Shani Jayanti 2023 Upay: इस बार शनि जयंती का पर्व 19 मई, शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन शनि मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है और विशेष पूजा आदि की जाती है। शनिदेव को ज्योतिष शास्त्र में न्यायाधीश कहा गया है।
Shani Jayanti 2023: इस बार शनि जयंती का पर्व 19 मई, शुक्रवार को मनाया जाएगा। मान्यता है कि इसी तिथि पर सूर्यपुत्र शनिदेव का जन्म हुआ था। शनि की साढ़ेसाती और ढय्या से जुड़ी कई मान्यताएं व भ्रांतियां भी हमारे समाज में काफी प्रचलित हैं।
Shani Jayanti 2023: हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये तिथि 19 मई, शुक्रवार को है। शनि जयंती का पर्व क्यों मनाते हैं, इसे लेकर कई मान्यताएं प्रचलित है।
Shani Jayanti 2023 Date: ज्येष्ठ मास में शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी महीने में शनिदेव का जन्म हुआ था। शनि जयंती पर शनिदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है, जिससे परेशानियां दूर होती हैं और मनोकामना पूरी होती है।
धर्म ग्रंथों में ज्येष्ठ मास की अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है, क्योंकि इस दिन शनि जयंती (Shani Jayanti 2022) और वट सावित्री व्रत किया जाता है। इस बार ये तिथि 30 मई को है।
पुराणों के अनुसार ज्येष्ठ मास की अमावस्या को शनि जयंती (Shani Jayanti 2022) का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 30 मई, सोमवार को है। ऐसी मान्यता है कि इसी तिथि पर शनिदेव का जन्म हुआ। इसलिए इस दिन शनिदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर शनि जयंती (Shani Jayanti 2022) का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 30 मई, सोमवार को है। मान्यता है कि इसी तिथि पर शनिदेव का जन्म हुआ था।