उत्तर प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग(IMD) ने 14 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 17 सितंबर तक बारिश का दौर चलता रहेगा। प्रदेश में 10 जिलों की 19 तहसीलें बाढ़ की चपेट में हैं।
उत्तर प्रदेश को मानसूनी बारिश ने तरबतर कर दिया है। अकेले लखनऊ में 109.5 मिमी रिकॉर्ड बरसात दर्ज की गई। बारिश से जुड़ी घटनाओं में यूपी में 20 लोगों की मौत की खबर है। मौसम विभाग ने यूपी में 12 सितंबर को तूफानी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
उत्तर प्रदेश में तेज बारिश का दौर फिलहाल थमने से मई-जून जैसी गर्मी का असर दिखाई देने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, 5 सितंबर तक राज्य में तेज बारिश के लिए कोई भविष्यवाणी नहीं की है। यानी आने वाले 4-5 दिनों तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं दिखाई देगा।
उत्तर प्रदेश में आजकल में भी तेज बारिश के आसार हैं। अगले हफ्ते से बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी। 25 अगस्त को बारिश के चलते लोगों को गर्मी से राहत मिली।
उत्तर प्रदेश में फिर से झमाझम बारिश का दौर चल पड़ा है। हालांकि पिछले कई दिनों से यहां बारिश जारी है, लेकिन मौसम विभाग ने ज्यादातर इलाकों में तेज बारिश की भविष्यवाणी की है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) के अनुसार,आजकल में पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और कोंकण और गोवा में मध्यम से भारी बारिश होने की उम्मीद है।
आजकल में उत्तराखंड, बिहार, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी वर्षा होने की उम्मीद है। मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में छिटपुट भारी वर्षा देखी जा सकती है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक बहुत गंभीर चक्रवात बिपरजॉय(cyclone biporjoy) अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया। 15 जून की दोपहर के आसपास यह सौराष्ट्र-कच्छ तथा इससे सटे पाकिस्तान के तटों से गुजर सकता है।
अरब सागर पर बना इस मौसम का पहले चक्रवात को लेकर तटीय राज्यों की सरकारें हाईअलर्ट पर हैं। गंभीर चक्रवात बिपारजॉय आजकल में अति भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा।
जून में भी देश का मौसम बिगड़ने की संभावना बनने लगी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) के मुताबिक दक्षिणपूर्व अरब सागर के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र 6 जून की शाम चक्रवाती तूफान बिपरजॉय(Biparjoy or Biporjoy) में बदल गया है।