मौसम विभाग(IMD) ने कहा है कि आजकल के दौरान दक्षिण पश्चिम मानसून के बंगाल की दक्षिण खाड़ी, दक्षिण अंडमान सागर और निकोबार द्वीप के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना है।
मौसम विभाग(IMD) और मौसम का हाल बताने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर के पूर्वानुमान के मुताबिक आजकल में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश संभव है। अंडमान सागर और बंगाल की दक्षिणपूर्व खाड़ी में समुद्र की स्थिति बहुत खराब रहेगी।
बंगाल की दक्षिण पूर्व खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर कम दबाव का क्षेत्र बनने से चक्रवाती तूफान मोचा(Cyclone Mocha) का खतरा बढ़ता जा रहा है। अगले 5 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।
बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। 6 मई को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक ताजा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होने की उम्मीद है। यह 8 मई तक एक डिप्रेशन में बदल जाएगा।
मौसम विभाग(IMD) ने अगले 4 दिनों के दौरान देश भर में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना जताई है। इस दौरान भारत के किसी भी हिस्से में लू की संभावना नहीं है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) ने अगले 5 दिनों के लिए मध्य भारत में गरज/बिजली/तेज हवाओं (40-50 किमी प्रति घंटे) के साथ छिटपुट या भारी बारिश की चेतावनी दी है। मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में ऐसा ही मौसम रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 5 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे सामान्य के करीब रहने की संभावना है। वहीं, भारत के अधिकांश हिस्सों में लू की कोई स्थिति नहीं है।
देश को फिलहाल लू से राहत मिली हुई है। भारत मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 4-5 दिनों तक लू नहीं चलेगी। वहीं, तापमान में भी बढ़ोत्तरी नहीं होगी। हालांकि कई राज्यों में बारिश और ओलों का अलर्ट जारी किया गया है।
भारत मौसम विभाग(IMD) ने कहा है कि अगले 5 दिनों के दौरान भारत के अधिकांश हिस्सों में लू(Heat wave) की कोई स्थिति नहीं है। वहीं, टेम्परेचर में भी कुछ खास बदलाव नहीं होगा। हालांकि कुछ राज्यों में एक-दो दिन बाद पारा फिर से चढ़ेगा।
तमिलनाडु को छोड़कर देश के बाकी राज्यों को लू(heat wave) से फिलहाल राहत मिली है। लेकिन मौसम विभाग ने ज्यादातर राज्यों में आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया है। अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भारी बारिश हो सकती है। छत्तीसढ़ में ओले भी गिर सकते हैं।