वुमेंस एशिया कप क्रिकेट टी20 टूर्नामेंट (Womens Asia Cup Cricket) के पहले मैच में बांग्लादेश की टीम (Bangladesh vs Thailand) ने धमाकेदार जीत दर्ज की है। थाइलैंड की टीम को करारी शिकस्त देकर बांग्लादेशी महिलाओं ने अपना विजय अभियान शुरू कर दिया है।
वुमेंस एशिया कप क्रिकेट का (Womens Asia Cup Cricket) शानदार आगाज 1 अक्टूबर से हो चुका है। सुबह 8.30 बजे मेजबान बांग्लादेश और थाइलैंड की टीमों के बीच मुकाबला शुरू हो चुका है। जबकि दोपहर 1 बजे भारत अपने पहले मैच में श्रीलंकाई महिला टीम से भिड़ेगी।
महिला एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट 2022 का आगाज 1 अक्टूबर से होने जा रहा है। आइए आपको बताते हैं, इस टूर्नामेंट का पूरा शेड्यूल और कब होगा भारत और पाकिस्तान का धमाकेदार मैच।
महिला एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट 2022 का आगाज 1 अक्टूबर से होने जा रहा है। इसके लिए भारतीय टीम सहित पाकिस्तान की टीम भी घोषित कर दी गई है। कुल 7 टीमें एशिया कप में हिस्सा लेंगी और ज्यादातर टीमों ने प्लेइंग इलेवन का ऐलान कर दिया है।
वुमेन एशिया कप के खिताब पर 7 में से 6 बार कब्जा जमाने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम फिर से फेवरेट है। टीम का ऐलान कर दिया गया है और हरमनप्रीत सिंह टीम की कैप्टन होंगी। एशिया कप की खिताबी जंग से पहले भारतीय टीम रॉबिन राउंड मुकाबला खेलेगी।
बांग्लादेश की मेजबानी में 1 अक्टूबर से महिला एशिया कप क्रिकेट 2022 (Womens Asia Cup) की शुरूआत होने जा रही है। इसके साथ ही कई सवाल होंगे जो आपके मन में उठ रहे होंगे। कब शुरूआत हुई, किस टीम ने कितनी बात खिताब जीता?
महिला टी20 एशिया कप 2022 का आयोजन 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर के बीच किया जाएगा। इस बार महिला एशिया कप टी20 टूर्नामेंटी की मेजबानी बांग्लादेश को मिली है। एशियाई क्रिकेट काउंसिल ने टूर्नामेंट का शेड्यूल जारी कर दिया है।
हर साल 26 अगस्त को महिला समानता दिवस (Womens Equality Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य दुनियाभर की महिलाओं को समान अधिकार देना है, ताकि समाज के साथ ही देश और विश्व के निर्माण में वो अपना अधिकतम योगदान दे सकें।
यूएई में इसी महीने 27 अक्टूबर से एशिया कप (Asia Cup) के मुकाबले खेले जाएंगे। वहीं क्रिकेट फैंस के लिए मजेदार खबर यह है कि अक्टूबर में फिर से एशिया कप खेला जाएगा। हालांकि यह पुरूष नहीं महिला एशिया कप होगा।
जेल में बंद महिलाओं के लिए डेटिंग ऐप आया है, जो मनचाहे साथी के जरिए ऐसी महिलाओं को भावनात्मक और मानसिक तौर पर मदद दिलाएगा। यह उनके अकेलेपन और अवसाद को दूर करने में मददगार माना जा रहा है।