हर साल 12 अक्टूबर को विश्व गठिया दिवस मनाया जाता है। यह एक वैश्विक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम है। जिसमें आपको गठिया के बारे में जागरूक करने के साथ ही इस बीमारी से होने वाली समस्याओं के बारे में बताया जाता है।
ऑस्ट्रेलिया में अगले हफ्ते से शुरू हो रहे टी20 विश्वकप (T20 World Cup) से पहले भारतीय टीम ने जीत के साथ शुरूआत की है। टीम इंडिया ने पहले प्रैक्टिस मैच में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया को 13 रनों से हरा दिया है। इस मैच में भी सूर्यकुमार यादव का फार्म जारी रहा।
World Mental Health Day 2022: बदलते दौर में इंसान को हर चीज के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। जिसकी वजह से वो चिंता और तनाव में ज्यादा रहने लगे हैं। कोरोना महामारी की वजह से मेंटल हेल्थ और भी प्रभावित हुआ है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की मानें तो हर 8 में से एक शख्स मेंटल डिसऑर्डर (mental disorder) का शिकार है।
आज पूरी दुनिया में विश्व डाक दिवस मनाया जा रहा है। भारतीय डाक का इतिहास भी बेहद रोचक रहा है। भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा पोस्टल नेटवर्क है। वर्ल्ड पोस्ट डे के मौके पर आइए जानते हैं इससे जुड़ी खास जानकारियां..
हर साल अक्टूबर के पहले शुक्रवार को वर्ल्ड स्माइल डे मनाया जाता है। इस साल यह प्यारा अवसर 7 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। आइए आपको बताते हैं कि कैसे आप इस दिन को और खास बना सकते हैं।
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के अचानक टीम से बाहर होने के बाद बीसीसीआई ने भारतीय टीम के साथ दो अतिरिक्त तेद गेंदबाजो को जोड़ने का ऐलान कर दिया है। ये दोनों तूफानी तेज गेंदबाज वर्ल्ड कप टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया रवाना होंगे।
टीम इंडिया के लिए विश्वकप (World Cup T20) से पहले बुरी खबर है। टीम के स्टार फास्ट बॉलर जसप्रीत बुमराह पीठ की चोट के चलते विश्वकप स्क्वायड से बाहर हो गए हैं। माना जा रहा है कि उनका ऑपरेशन नहीं होगा लेकिन वे 6 महीने क्रिकेट से दूर रहेंगे।
इस साल 28 सितंबर को 16 वां विश्व रेबीज दिवस मनाया जा रहा। इस साल की थीम 'रेबीज: वन हेल्थ, जीरो डेथ्स' लोगों और जानवरों दोनों के साथ पर्यावरण के संबंध को उजागर करेगी।
प्रेग्नेंसी राइट्स और प्रजनन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 26 सितंबर को विश्व गर्भनिरोधक दिवस (contraception day) मनाया जाता है। चलिए बताते है इस दिन को मनाने के पीछे का इतिहास और गर्भनिरोधक कितने तरह के होते हैं और वो कैसे काम करता है।
WHO का कहना है कि NCDs हर साल 41 मिलियन लोगों की जान लेती है, जिसमें 70 साल से कम उम्र के 17 मिलियन लोग शामिल हैं। हृदय रोग, कैंसर, शुगर और सांस की बीमारी अब संक्रामक रोगों से अधिक खतरनाक हो गई है।