इकबाल अंसारी ने कहा कि हमारी कौम योगी के साथ है, 5 साल में बहुत बदलाव आया है। बीजेपी की सरकार में मुसलमानों को किसी तरह की तकलीफ नहीं हुई है और न ही किसी तरह का कोई दंगा नहीं हुआ है। अंसारी ने कहा कि अयोध्या में विकास अब शुरू हुआ है और जनता की मांग है कि योगी चुनाव लड़ें।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ जिस तरह से अयोध्या, मथुरा और काशी जैसे एजेंडों हिंदू एजेंडे पर खरे उतरे। उस लिहाज से योगी का अयोध्या से चुनाव लड़वाना बीजेपी को हिन्दू वोटबैंक से एक बड़ा फायदा पहुंच सकता है। साथ ही साथ सीएम योगी और अयोध्या को लेकर पार्टी के दिग्गज नेताओं की ओर से बनाई गई या राजनीति बीजेपी के मास्टर स्ट्रोक के रूप में देखी जा रही है।
सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी सहित अयोध्या के कई मंदिरों में संतो- महंतों ने मिठाइयां बांटी। हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी रमेश दास भारतीय जनता पार्टी के फैसले से काफी खुश है। उन्होंने कहा कि योगी को अयोध्या से टिकट देने पर बीजेपी को कई जिलों में फायदा होगा। साथ ही कहा कि चुनाव लड़ने की तैयारी तो काफी पहले से ही शुरू हो चुकी थी।
दिल्ली में बीजेपी नेताओं के साथ हुई हाई लेवल मीटिंग में हुई चर्चा के बाद मथुरा सीट से चुनाव लड़ने की बातों को पूरी तरह से नकार दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से चुनाव लड़ने पर बीजेपी कोर ग्रुप के नेताओं के बीच चर्चा हुई।
बीजेपी 2017 के चुनाव में राम मंदिर के नाम पर सत्ता में काबिज हुई थी। इसी बीच काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण कर के बीजेपी ने हिंदुत्व की एक लाइन खींच दी। अब 2022 के चुनाव में बीजेपी एक बार फिर से मथुरा जन्मभूमि के मुद्दे को जनता के बीच मे लाने का काम कर रही है। कहीं न कहीं इसका असर विपक्षी दलों में भी देखने को मिल रहा है।
उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। जिसके चलते 10 फरवरी को पहले दौर का मतदान शुरू होगा। इसके बाद 14 फरवरी को दूसरे, 20 फरवरी को तीसरे, 23 फरवरी को चौथे, 27 फरवरी पांचवें, 3 मार्च को छठे और 7 मार्च को सातवें दौर का मतदान होगा।
बहुत से बच्चों के मां-बाप टैबलेट और स्मार्टफोन का खर्चा उठाने में असमर्थ हैं। इसलिए छात्र-छात्राओं को स्मार्टफोन और टैबलेट उपलब्ध करा रहे हैं। सरकार इसके साथ डिजिटल एक्सेस के तहत टैबलेट-स्मार्टफोन के चलाने के खर्च को उन बच्चों को उपलब्ध कराएगी।
अमित शाह ने कहा कि अखिलेश यादव तंज कसते थे मंदिर बनने की तिथि नहीं बताएंगे। अब डंके की चोट पर अयोध्या में श्रीराम का मंदिर बन रहा है। अखिलेश बाबू, रोक सको तो रोक लो। कहा, काशी विश्वनाथ मंदिर की स्थिति भी खराब थी। वहां के हाल देख अपमानित महसूस करते थे।
अमित शाह ने कहा कि जब अखिलेश यादव अयोध्या आकर वोट मांगे तो उनसे पूछना कारसेवकों पर गोली क्यों चलाई थी? कारसेवकों पर डंडे क्यों बरसाए थे? क्या दोष था कार सेवकों का? धारा 370 हटा दी तो इन साहब को क्या आपत्ति है? कश्मीर से धारा 370 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हटा दिया, ट्रिपल तलाक पर कानून ला दिया तो अब यह लोग रोना रो रहे हैं। अमित शाह ने चैलेंज करते हुए कहा कि अखिलेश की दूसरी पीढ़ी भी ना तो कश्मीर में धारा 370 लागू करवा सकती है और ना ही ट्रिपल तलाक पर कानून हटवा सकती है।
अमित शाह ने सपा सरकार पर हमला बोला, उन्होंने कहा कि दनादन काले धन निकल रहे हैं। योगी जी की सरकार आने के बाद पलायन करवाने वाले, खुद भाग रहे हैं। पहले माफियाओं से पुलिस डरती थी, जबकि आज माफिया पुलिस के सामने सरेंडर कर रहा है। साथ ही कहा कि समाजवादी पार्टी के इत्र की दुर्गंध पूरे उत्तर प्रदेश में फैल गई है। आज जब छापेमारी चल रही है तो उनके पेट में उबाल हो रहा है।